स्वतंत्रता दिवस 2024: भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 103 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी। इन सम्मानों में चार कीर्ति चक्र और 18 शौर्य चक्र शामिल हैं, जिन्हें असाधारण बहादुरी और दृढ़ संकल्प के लिए देश के दूसरे और तीसरे सबसे बड़े शांतिकालीन पुरस्कारों के रूप में मान्यता प्राप्त है। रक्षा मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, इनमें से तीन कीर्ति चक्र और चार शौर्य चक्र मरणोपरांत प्रदान किए जाएंगे।
पिछले साल सितंबर में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवाद विरोधी अभियान का वीरतापूर्वक नेतृत्व करने वाले कर्नल मनप्रीत सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। उनके अलावा राइफलमैन रवि कुमार (मरणोपरांत), मेजर मल्ला राम गोपाल नायडू और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हिमायूं मुजम्मिल भट (मरणोपरांत) को भी कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया।
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चार कीर्ति चक्रों के अतिरिक्त वीरता पुरस्कारों में 18 शौर्य चक्र (जिनमें से चार मरणोपरांत प्रदान किये गये), एक बार टू सेना मेडल, 63 सेना मेडल, 11 नौसेना मेडल और छह वायु सेना मेडल शामिल थे।
राष्ट्रपति मुर्मू ने 39 मेंशन-इन-डिस्पैच को भी मंजूरी दी है, जिसमें विभिन्न सैन्य अभियानों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए आर्मी डॉग केंट को मरणोपरांत सम्मान देना भी शामिल है। 19 आरआर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह पिछले साल अनंतनाग में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान शहीद हो गए थे। दूसरी पीढ़ी के सैन्य अधिकारी सिंह ने 17 साल तक सेवा की थी।
34 वर्षीय भट भी इसी ऑपरेशन में शहीद हो गए। उनके पिता गुलाम हसन भट कश्मीर में पुलिस महानिरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। बुधवार को सम्मानित किए गए अधिकांश कर्मियों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में असाधारण बहादुरी और नेतृत्व का परिचय दिया, एक ऐसा क्षेत्र जो वर्तमान में आतंकवादी गतिविधियों और दैनिक मुठभेड़ों में वृद्धि का सामना कर रहा है।
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शौर्य चक्र प्राप्त करने वालों में 666 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन (टोही और अवलोकन) के कर्नल पवन सिंह, 21 पैरा (विशेष बल) के मेजर सीवीएस निखिल, 19 आरआर के मेजर आशीष धोंचक (मरणोपरांत), 34 आरआर के मेजर त्रिपतप्रीत सिंह, 34 आरआर के मेजर साहिल रंधावा, 5 जम्मू और कश्मीर राइफल्स के सूबेदार संजीव सिंह जसरोटिया, 56 आरआर के नायब सूबेदार पी पाबिन सिंघा और 19 आरआर के सिपाही प्रदीप सिंह (मरणोपरांत) शामिल हैं।