श्रावस्ती: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बाढ़ में जान गंवाने वाले चार लोगों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि दी। सीएम आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित श्रावस्ती का हवाई सर्वेक्षण भी किया और लोगों को राहत सामग्री वितरित की। इलाके में बाढ़ की स्थिति पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “…6 और 7 जुलाई को नेपाल और उत्तराखंड में भारी बारिश हुई। यह पहली बार है जब हमने जुलाई के पहले सप्ताह में इस क्षेत्र में बाढ़ देखी है। हमने बाढ़ में जान गंवाने वाले चार लोगों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये दिए हैं।”
सीएम योगी ने आगे कहा, “राज्य सरकार ने बाढ़ की रोकथाम के लिए सभी प्रयास किए हैं। न केवल राप्ती नदी में बल्कि सरयू में भी बाढ़ आई है। पीलीभीत और लखीमपुर खीरी में शारदा नदी भी बाढ़ में है… 12 जिलों में 17 लाख से अधिक लोग बाढ़ की स्थिति से प्रभावित हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी-बाढ़ इकाई मैदान में है। 12 जिलों में 1033 बाढ़ राहत आश्रय स्थल हैं।”
इससे पहले बुधवार को योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी में बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण भी किया, पीलीभीत में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और राहत सामग्री वितरित की।
हवाई सर्वेक्षण करने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, “जुलाई के पहले सप्ताह में ही भारी बारिश के कारण 133 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि और फसलें प्रभावित हुई हैं। जनप्रतिनिधि और स्थानीय प्रशासन काम कर रहा है। शारदा बैराज और अन्य क्षेत्रों में बाढ़ के खिलाफ समय पर सावधानी बरतने के कारण जान-माल का बड़ा नुकसान टाला जा सका।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी राज्य के 12 जिले बाढ़ प्रभावित हैं। इन सभी जिलों में बचाव एवं राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण शारदा नदी में आए पानी से उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के कई गांव प्रभावित हुए हैं। प्रभावित गांवों में मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लोगों को अस्थायी घरों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है।