Heritage Train: 13 दिन में सात हजार लोगों ने लिया पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज ट्रेन का आनंद

पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज ट्रेन। फाइल फोटो

HighLights

25 दिसंबर 2018 को शुरू हुई थी हेरिटेज ट्रेन। बीच में कोरोना की वजह से नहीं चलाई गई थी। इस बार ट्रेन में लगाना पड़ गए हैं एक्सट्रा कोच।

नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Heritage Train)। मध्य प्रदेश की पहली हेरिटेज ट्रैक पातालपानी से कालाकुंड के लिए पर्यटकों को उत्साह जबर्दस्त है। 20 जुलाई को शुरू हुई हेरिटेज ट्रेन में 18 अगस्त तक पर्यटकों ने वादियों का आनंद लिया है। स्थिति यह है कि सभी दिन ट्रेन में लंबी वेटिंग चल रही है।

वेटिंग क्लीयर नहीं होने के कारण कई पर्यटकों को अपना प्लान बदलना पड़ रहा है। रेलवे वेटिंग कम करने के लिए अतिरिक्त कोच भी लगा रहा है। अभी तक रेलवे को इस हेरिटेज ट्रेन से 13 दिन में सात लाख रुपये से अधिक का राजस्व मिल चुका है।

कोरोना के दौरान इस ट्रेन को बंद कर दिया गया था

मध्य प्रदेश की इस पहली हेरिटेज ट्रेन का संचालन 25 दिसंबर 2018 को शुरू हुआ था। कोरोना काल के चलते अप्रैल 2020 में इस ट्रेन का संचालन बंद कर दिया गया था। 2022 में दोबारा इस ट्रेन का संचालन शुरू किया गया। इस सीजन में 20 जुलाई से दोबारा शुरू किया गया है।

रिजर्वेशन की सुविधा मिलने के बाद इस ट्रेन में लंबी वेंटिंग चल रही है। रतलाम मंडल के अनुसार 20 जुलाई से 18 अगस्त तक इस ट्रेन में 7115 से अधिक पर्यटक सफर कर चुके हैं। इससे रेलवे को 7 लाख 77 हजार रुपये से अधिक का राजस्व मिला है।

मंडल पीआरओ खेमराज मीणा ने बताया कि ट्रेन की वेटिंग कम करने के लिए नान एसी का एक्ट्रा कोच भी लगाया जाता है। फिलहाल ट्रेन का संचालन सप्ताह में शुक्रवार, शनिवार और रविवार को किया जा रहा है। ट्रेन में आगामी तीन सप्ताह तक वेटिंग चल रही है।

विस्टाडोम कोच है आकर्षण का केंद्र

हेरिटेज ट्रेन के पर्यटकों के सफर को बेहतर और आरामदायक बनाने के लिए एसी विस्टाडोम लगाए हैं। इन कोच में बड़े साइज के विंडो ग्लास, ट्रेलिंग विंडो, स्नैक्स टेबल और साइड पेंट्री है। पर्यटकों की सुविधा के लिए कोच में स्वच्छ टायलेट का निर्माण भी किया गया है।

कोच की बाहरी भाग को आकर्षक पीवीसी शीट से डेकोरेट किया गया है। यह ट्रेन हर दिन पातालपानी से सुबह 11.05 बजे रवाना होती है और प्राकृतिक नजारों का दीदार कराते हुए दोपहर 1.25 बजे पर कालाकुंड पहुंचती है।