अंतिम संस्कार के लिए शव श्मशान घाट जाते स्वजन व गामीण।
HighLights
जैसे-तैसे एक के बाद एक नौ आर्थियों को तैयार किया गया था। आटो चालक का अंतिम संस्कार हटा नौ का जटाशंकर में हुआ। तीन बहनों में दो बहनों की मौत, रिश्ते में दोनों देवरानी-जिठानी।
नईदुनिया, दमोह (Accident In Damoh)। देहात थाना के समन्ना गांव में ट्रक से कुचलने के कारण नौ लोगों की मौत के बाद बुधवार को जब शोभानागर इलाके से एक साथ आठ अर्थियां मुक्तिधाम पहुंची तो शहर के हर शख्स की आंख से आंसू निकल आए। शव यात्रा को कंधा देने के लिए हजारों लोगों की भीड़ परिवार के घर पहुंची और अर्थियां को मुक्तिधाम तक पहुंचाया गया।
ऐसा लग रहा था कि मानो आसमान भी रो रहा …
बारिश के बीच यह शव यात्रा घर से लेकर मुक्तिधाम पहुंची जिसे देख ऐसा लग रहा था कि मानो आसमान भी रो रहा हो। इससे भीषण हादसे में एक ही परिवार के 10 लोगों की मौत हो गई और जब एक ही घर से साथ अर्थियां एक साथ उठी तो यह झक जोर देने वाला था। आटो चालक आलोक गुप्ता का अंतिम संस्कार हटा नाका मुक्ति धाम में किया गया जबकि बाकी लोगों का अंतिम संस्कार जटाशंकर मुक्तिधाम में किया गया। एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी, कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने भी मुक्तिधाम पहुंचकर अंतिम संस्कार में शामिल हुए और पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया।
जुड़वां भाइयों की मौत
कहते है कि एक साथ जन्मे बच्चे अपनी हर हरकत में कहीं ना कहीं एक जुटना अवश्य ही दिखते हैं और खाने-पीने चलने में कुछ हरकतें एक सी होती हैं। इन दोनों बच्चों के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ कि एक साथ जन्मे और एक साथी मृत्यु के आगोश में चले गए। दोनों को आटो में गायत्री अपने दोनों जुड़वां बेटे महेंद्र और मोहित को लेकर बांदकपुर जा रही थी। हादसे में महेंद्र की मौके पर मौत हो गई, मोहित की जबलपुर मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान मौत हो गई।
एक साथ उठीं नौ लोगों की अर्थियां
सुबह से ही शोभा नगर क्षेत्र में लोगों की भीड़ जमा होना शुरू हो गई, जैसे-तैसे एक के बाद एक नौ आर्थियों को तैयार किया गया। मातम भरे माहौल में एक साथ नौ आर्थियां निकाली गई। जहां-जहां से भी अंतिम यात्रा निकली सड़क के दोनों ओर लोगों की जमा भीड़ की आंखों में आंसू आने लगे। मृतक के स्वजनों को सांत्वना देने के लिए कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर और एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी सहित तमाम अधिकारी खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसी तरह स्वजनों को ढ़ाढस बंधाया और वह खुद भी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जटाशंकर मुक्तिधाम पहुंचे।
तीन बहनों में दो बहन की मौत, रिश्ते में देवरानी-जिठानी
इस घटना ने जहां एक दूसरे रिश्ते को भी नहीं छोड़ा वहीं जहां दो सगे भाइयों के परिवार घटना में काल के गाल में समा गए, वही दोनों बहने जो एक ही परिवार में देवरानी जेठानी थी इस घटना में काल के गाल में समा गई। वहीं तीसरी बहन भारती भी जीवन और मृत्यु से संघर्ष कर रही है। यहां पर यह उल्लेखनीय की शोभा नगर निवासी राजेश 50 वर्ष और राकेश गुप्ता जो की सगे भाई है। इनका विवाह बिलासपुर निवासी होरीलाल गुप्ता की बेटी गीता और गायत्री के साथ हुआ था जो दोनों आपस में सगी बहनों के साथ-साथ दमोह में देवरानी जेठानी भी थीं।
एक दिन पूर्व घर में श्राद्ध में तीसरी बहन शामिल होने आई थी
घटना के एक दिन पूर्व ही घर में श्राद्ध कार्यक्रम में उनकी तीसरी बहन भारती अपने पिता होरीलाल गुप्ता के साथ शामिल होने आई थी। इस घटना में जहां होरीलाल गुप्ता 65 की भी मौत हो गई वहीं भारती जबलपुर में इलाज रत है। इसके अलावा इस घटना में जहां राजेश गुप्ता 50 वर्ष, पत्नी गीता 42 वर्ष, बेटा शिवा 13 वर्ष, बेटी साक्षी 12 वर्ष सहित पूरा परिवार काल के गाल में समा गया। दूसरे भाई राकेश जो उस समय आटो में नहीं थे को छोड़कर उनकी पत्नी गायत्री 40 वर्ष और दोनों जुड़वा बेटे महेंद्र पांच वर्ष, मोहित पांच वर्ष की भी मौत हो गई।
नरसिंहगढ़ मार्ग के स्थान पर कटनी मार्ग पहुंचा
यहां पर यह उल्लेखनीय है कि ट्रक का ड्राइवर शराब के नशे में इतना था कि उसे ट्रक को लेकर माइसेम सीमेंट फैक्ट्री नरसिंहगढ़ पहुंचना था लेकिन वह रास्ता ही भूल गया और नरसिंहगढ़ मार्ग के स्थान पर कटनी मार्ग पर रवाना हो गया। ट्रक चालक नीरज लोधी 22 ने सागर जिले के खुरई में शराब पी फिर करीब 100 किमी ट्रक चलाकर दमोह तक लाया। इस दौरान सात थाने व दो पुलिस चौकी से ट्रक गुजरा लेकिन किसी ने नहीं टोका।
प्रत्यक्षदर्शी बोले ट्रक ने ही आटो को कुचला
प्रत्यक्षदर्शी निक्की गुप्ता ने बताया मैंने साफ देखा कि समन्ना पेट्रोल पंप के आगे ट्रक आया और आगे जा रहे आटो को कुचल दिया। आटो ट्रक के नीचे फंसा था हमने डायल 100 पर हादसे की सूचना दी। लोगों की मदद से ट्रक के नीचे फंसे लोगों को निकालना शुरू किया, ट्रक चालक ट्रक से उतरा और लड़खड़ाते हुए एक पेड़ के नीचे बैठ गया, नशे की वजह से वह भाग भी नहीं पा रहा था।
कोरोना में मां की मौत, अब पिता भी चले गए
आटो चालक आलोक गुप्ता की हादसे में मौत हो गई है, उनका 12 साल का बेटा हर्ष अपनी दादी के साथ बिलखता रहा। हर्ष की मां की मौत 2020 में कोरोना से हो गई थी, वह बार-बार कह रहा था मैं अनाथ हो गया अब कहां जाऊंगा।