श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के महासचिव चंपत राय का मां अहिल्या नागरिक अभिनंदन समारोह समिति ने सोमवार को रवींद्र नाट्यगृह में साधुजन और विभिन्न समाजों के प्रमुखों की उपस्थिति में नागरिक अभिनदंन किया गया। फोटो- प्रफुल्ल चौरसिया आशु
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Bakawan Narmadeshwar Shivling)। नर्मदा तट पर बसे खरगोन जिले के ग्राम बकावां के हर घर में नर्मदा से निकले पत्थरों को तराश कर शिवलिंग बनाए जाते हैं। यहां बना शिवलिंग अयोध्या के नवनिर्मित श्रीराम मंदिर में स्थापित होगा।
इसके लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय रविवार को बकावां पहुंचे थे। यहां उन्होंने कुछ शिवलिंग देखे हैं। इसका जिक्र उन्होंने सोमवार को इंदौर में आयोजित मां अहिल्या नागरिक अभिनंदन समिति समारोह में कही।
चंपत राय का किया स्वागत
रवींद्र नाट्यगृह में समारोह में बड़ी संख्या में साधु-संतों के साथ हिंदू संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे। राधे राधे बाबा, अन्ना महाराज, अमृत राम महाराज, प्रवीणानंद महाराज, स्वामी सत्यानंद महाराज के साथ अन्य संतों व समाजजन ने मिलकर चंपत राय का पुष्पमाला पहनाकर अभिनंदन किया गया।
उन्होंने कहा कि रामलला जन्मभूमि अयोध्या में शिव मंदिर बनाया जाना है। इसके लिए शिवलिंग लेने आए थे। मंदिर की 70 एकड़ जमीन में से सिर्फ 20 एकड़ जमीन पर ही निर्माण किया जा रहा है।
वहां 18 मंदिर बनाएंगे। सूर्य, भगवती, गणपति, शंकर, अन्नपूर्णा, हनुमान की मूर्तियों को परकोटे में स्थापित किया जाएगा। शेषनाग, महर्षि वाल्मीकि, विश्वामित्र, महर्षि अगस्त, निषादराज, शबरी, अहिल्या देवी, जटायु, तआदि के मंदिर बनाए जाने हैं।
मंदिर में एक साथ दो लाख लोगों की व्यवस्था रहेगी
चंपत राय ने बताया कि पूरा मंदिर पत्थरों से बनाया जा रहा है। मंदिर की सुरक्षा के लिए भूतल में 14 मीटर मोटी कृत्रिम चट्टान बनाई है। पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे का उपयोग किया गया है। मंदिर बनने के बाद यहां यात्री सुविधा केंद्र को 10 हजार लोगों के लिहाज से तैयार किया जा रहा है। एक समय में दो लाख लोग मंदिर परिसर में आ सकेंगे। इससे सड़क पर किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।