प्रदेश के उपस्वास्थ्य केंद्रों में टेलीमेडिसिन सेवाएं शुरू होंगी, जिससे रोगियों को मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों से परामर्श मिलेगा। सीएचओ रोगी की जानकारी भेजेंगे और विशेषज्ञ इलाज की सलाह देंगे। अगले वर्ष से नए कॉलेजों में नान क्लीनिकल डॉक्टर भी इस सेवा का हिस्सा होंगे।