प्रदेश में अगले दिनों फिर से वर्षा शुरू हो सकती है
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प्रदेश में थमा भारी बारिश का सिलसिलागुरुवार को हल्की बारिश की संभावनाअलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणाली
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल : वातावरण में नमी कम होने के कारण प्रदेश में भारी वर्षा का सिलसिला फिलहाल थम गया है। हालांकि गुरुवार को इंदौर, उज्जैन, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में गहरा कम दबाव का क्षेत्र गुजरात में भुज के आसपास बना हुआ है। मानसून द्रोणिका भुज में बनी मौसम प्रणाली से उदयपुर, शिवपुरी, चुर्क, डाल्टनगंज, दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना गया है।
पूर्वी-पश्चिमी द्रोणिका इस चक्रवात से लेकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। दक्षिणी गुजरात से लेकर केरल तक अपतटीय द्रोणिका मौजूद है। एक नया पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास बना हुआ है। इनके अतिरिक्त बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।
मौसम प्रणालियां सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से मिल रही नमी के कारण प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। गुरुवार को शहडोल, रीवा, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है।
उधर बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात गुजरात को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो सकता है। दो दिन बाद यह उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा पर पहुंचेगा। इसके प्रभाव से शुक्रवार से एक बार फिर प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला शुरू हो सकता है।
कहां कितनी वर्षा
बुधवार को विभिन्न मौसम प्रणालियों के असर से सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक प्रदेश के कई हिस्सों में वर्षा हुई। इस दौरान उमरिया में 25, खरगोन में नौ, खंडवा में दो, धार में एक, उज्जैन में 0.4, इंदौर में 0.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।