बड़ा सवाल यह है, कि यदि आरोपित मोबाइल चोर है, तो उस पर केस दर्ज क्यों नहीं हुआ? – सांकेतिक चित्र।
HighLights
अंबाह पुलिस थाने के आरक्षक ने मुरैना में आकर की वसूली।स्टेशन रोड थाने के प्रधान आरक्षक को इस घटना का पता चला।अंबाह के आरक्षक से 20 हजार व चोरी के माेबाइल लेकर रख लिए।
नईदुनिया न्यूज, मुरैना। अंबाह थाने में पदस्थ पुलिस आरक्षक ने मुरैना शहर में आकर मोबाइल चोरी के आरोप में एक युवक को पकड़ा। मामले को रफा-दफा करने 20 हजार रुपये और चोरी के तीन मोबाइल वसूले गए। इस घटनाक्रम में रोचक बात यह है, कि इस बात की शिकायत जब स्टेशन रोड थाने में पहुंची तो स्टेशन रोड थाने के एक प्रधान आरक्षक ने अंबाह थाने के आरक्षक से 20 हजार रुपये व माेबाइल लेकर रख लिए।
बड़ा सवाल- संदिग्ध पर केस क्यों दर्ज नहीं
संदिग्ध मोबाइल चोर अपने 20 हजार वापस लेने के लिए अंबाह एवं मुरैना के पुलिसकर्मियों के चक्कर काट रहा है। सबसे बड़ा सवाल यह है, कि यदि आरोपित मोबाइल चोर है, तो उस पर केस दर्ज क्यों नहीं हुआ? घटनाक्रम 17 जुलाई का है, जब अंबाह थाने के आरक्षक रामस्वरूप ने स्टेशन रोड थाने के पूर्व नगर रक्षा समिति सदस्य देवेंद्र रामपुरे निवासी इमलिया की मुखबिरी पर लालौर गांव के आशीष कुशवाह काे पकड़ा।
आशीष कुशवाह ट्रेनों से मोबाइल चुराता है। अंबाह थाने के आरक्षक रामस्वरूप ने मुरैना शहर में आकर ये क्यों किया, ये तो वही बता सकते हैं। यह बात सही है, कि आरक्षक रामस्वरूप से 20 हजार रुपये व मोबाइल मेरे पास आ चुके हैं। शिकायतकर्ता आशीष को टीआइ साहब के सामने पेश होने काे कहा है, वह आ नहीं रहा।- सुनील जायसवाल, प्रधान आरक्षक, स्टेशन रोड थाना
चार मोबाइल किए जब्त, दी जेल भेजने की धमकी
आशीष पर ट्रेनों से यात्रियों के मोबाइल चुराने का आरोप है। उस दिन आरक्षक रामस्वरूप ने आशीष से चार मोबाइल जब्त किए और जेल भेजने की धमकी देकर आशीष कुशवाह को पुलिस पेट्रोल पंप पर ले गया, जहां आशीष से मोबाइल से 20 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए। आशीष से मिले चार मोबाइलों में से एक को आरक्षक रामस्वरूप ले गया, दो मोबाइल मुखबिर देवेंद्र रामपुरे को दे दिए।
यह घटनास्थल स्टेशन रोड थाना क्षेत्र का है, इसीलिए संदिग्ध मोबाइल चोर आशीष कुशवाह ने खुद ही स्टेशन रोड थाने में आवेदन देकर पूरे घटनाक्रम की शिकायत की। इसके बाद स्टेशन रोड थाने के प्रधान आरक्षक सुनील जायसवाल ने अंबाह थाने के आरक्षक रामस्वरूप को फटकारा और आला अफसरों से शिकायत की धमकी दी। इससे डरे आरक्षक रामस्वरूप ने 20 हजार रुपये व मोबाइल प्रधान आरक्षक जायसवाल को सौंप दिए। आरोप है, कि कई दिन से सुनील जायसवाल 20 हजार रुपये और चोरी के मोबाइलों को रखकर बैठा है। आशीष कुशवाह को उसके 20 हजार रुपये नहीं लौटाए गए। अब यह मामला एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान तक जा पहुंचा है, तो स्टेशन रोड पुलिस मोबाइल आशीष कुशवाह पर मोबाइल चोरी का केस दर्ज करने की तैयारी में है। सवाल यह है, कि संदिग्ध चोर से 20 हजार की वसूली और 20 दिन से ज्यादा समय तक दो थानों के स्टाफ द्वारा मामले में कार्रवाई नहीं करने पर जिम्मेदारों पर क्या एक्शन लिया जाएगा।