व्यापारी से लूट (प्रतीकात्मक चित्र)
HighLights
बैंक से रुपये निकालकर लौट रहा था व्यापारी का बेटा। दो नकाबपोश लुटेरों ने दिया वारदात को अंजामपुलिस ने एक संदेही को हिरासत में लिया।
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल, Bhopal Crime News: राजधानी के हबीबगंज थाना क्षेत्र के कीलनदेव टावर चौराहे के पास शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे स्कूटर सवार मार्बल कारोबारी के बेटे 18 वर्षीय अहमद रजा को दो नकाबपोश बदमाशों ने चाकू अड़ाया और स्कूटर की डिग्गी में रखे 5.25 लाख रुपये लूट लिए। घटना के समय वह बैंक से रुपये निकलकर घर जा रहा था।
लूट की जानकारी लगते ही एमपीनगर और हबीबगंज थाना पुलिस के साथ आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटना के बाद आसपास के इलाके में नाकाबंदी कर दी, लेकिन आरोपितों का कोई सुराग नहीं मिल पाया। हालांकि एक संदेही को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जो घटना से कुछ देर पहले कारोबारी के बेटे के साथ था। कारोबारी ने उसके लूट में शामिल होने का संदेह जाहिर किया है।
इधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में जांच जारी है। जल्द ही घटना का खुलासा करेंगे। हबीबगंज थाना प्रभारी अजय सोनी ने बताया कि मालवीय नगर निवासी अब्दुल सत्तार मार्बल कारोबारी हैं। उनकी लालघाटी कोहेफिजा, जिंसी जहांगीराबाद समेत शहर में अन्य जगहों पर मार्बल की दुकानें हैं। उनका रियल स्टेट का भी काम है। बेटा अहमद रजा ने 12वीं पास की है।
चेक कैश कराने भेजा था बैंक
अहमद रजा ने बताया कि पिता ने सुबह 5.25 लाख रुपये का चेक काटकर एमपी नगर की एक निजी बैंक में उसे कैश कराने के लिए कहा था। मैं दोस्त के साथ बैंक गया था। उसके पास आधार कार्ड था, मेरे पास नहीं था। इस कारण उसने बैंक से रुपये निकालकर मुझे दे दिया। मैंने रुपये स्कूटर की डिग्गी में रख लिया और दोस्त वहां से चला गया।
कुछ देर बाद जब मैं कीलनदेव टावर चौराहे के पास पहुंचा तो दो बदमाशों ने पीछे से बाइक को धक्का देकर मुझे गिरा दिया और छुरा निकालकर मुझ पर अड़ा दिया। मुझे छुरे के बट से मारा और डिग्गी की चाबी छीनकर मुझसे 5.25 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए। आसपास के लोगों ने घटना देखी और डायल 100 को सूचना दी। पहले एमपीनगर पुलिस पहुंची, बाद में हबीबगंज पुलिस भी आ गई। आरोपित चेहरे पर नकाब पहने थे।
पिता बोले, मुझे बेटे के दोस्त पर संदेह
मार्बल कारोबारी अबदुल सत्तार ने बेटे के दोस्त पर संदेह जताते हुए कहा कि वह हमेशा उसके साथ ही रहता है। कुछ दिनों से बेटा उसके लिए 50 हजार रुपये उधार मांग रहा था। मैंने कहा था कि दे देना। संभवत: उसी ने वारदात को अंजाम दिलवाया है।