रीजनल इंडस्ट्रीज कान्क्लेव का दीप जलाकर शुभारंभ करते मुख्यमंत्री।
HighLights
रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में रक्षा, कृषि व खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र व पर्यटन क्षेत्र पर जोर। मप्र की निवेश क्षमता से रूबरू होंगे 3500 से अधिक निवेशक, समतापूर्ण विकास को बढ़ावा।देश-विदेश के उद्योगपति व नामी कंपनियों के सीईओ-निदेशक रखेंगे एमपी में निवेश के प्रस्ताव।
नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur Industry Conclave) । महाकौशल अंचल में औद्योगिक विकास की गति बढ़ाने शनिवार को जबलपुर रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का दीप जलाकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुभारंभ किया। आयोजन में देश के प्रमुख औद्योगिक घरानों और नामी कंपनियों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। ब्रिटेन, ताइवान सहित पांच देशों से आ रहे प्रतिनिधि भी कान्क्लेव में मौजूद हैं। कान्क्लेव में जबलपुर और आसपास के क्षेत्र में औद्योगिक निवेश को लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर करने से करोड़ों रुपये के औद्योगिक करार की संभावना है।
श्रमिकों और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
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— NaiDunia (@Nai_Dunia) July 20, 2024
महाकौशल अंचल खनिज और वन संपदा से समृद्ध है। कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए अनुकूल है। रक्षा उत्पाद के निर्माण में प्रगतिशील है। वस्त्र एवं पर्यटन उद्योग को लेकर भी अंचल में अपार संभावनाएं है। इन समस्त क्षेत्रों में निवेश से औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। बड़े निवेशकों के आगमन से समूचे महाकौशल में समृद्धि के द्वार खुलेंगे।
श्रमिकों और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर। अंचल का आर्थिक विकास। प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक-विकसित क्षेत्र के रूप में नगर और अंचल नई पहचान। मुख्यमंत्री 60 से अधिक इकाईयों का वर्चुअली उद्घाटन कर उद्योगपतियों से चर्चा भी। प्रमुख विदेशी प्रतिनिधियों सहित उद्योग जगत की 3500 से अधिक प्रमुख हस्तियां शामिल।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र का उद्घाटन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 80 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र का उद्घाटन के साथ क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन का भी शुभारंभ किया। सम्मेलन में प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधियों और प्रमुख विदेशी प्रतिनिधियों सहित उद्योग जगत की 3500 से अधिक प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं। रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में शामिल होने वाली हस्तियों में बैद्यनाथ समूह, आईटीसी, वोल्वो आयशर, बेस्ट कार्प, एसआरएफ एवं दावत समूह जैसे प्रमुख औद्योगिक समूह भाग ले रहे।