छतरपुर में पुलिस पर पथराव करने वाले मुस्लिम नेता का करोड़ों का मकान ढहाया, महंगी गाड़ियों पर भी चली जेसीबी

भारत बंद में उपद्रव करने वाले आरोपित का घर गिराने की कार्रवाई की गई।

HighLights

पूर्व सदर शहजाद हाजी के मकान पर चला बुलडोजर। पत्थरबाजी में टीआई व अन्‍य पुलिसकर्मी हुए थे घायल। कार्रवाई के दौरान भारी संख्‍या मे पुलिस बल तैनात।

नईदुनिया प्रतिनिधि, छतरपुर। महाराष्ट्र में संत रामगिरी महाराज द्वारा की गई टिप्पणी के विरोध में ज्ञापन सौंपने के दौरान उपद्रव व पथराव करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने गुरुवार को कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी। मुख्य आरोपित कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष व प्रापर्टी डीलर शहजाद हाजी के आलीशान मकान पर एक साथ तीन बुलडोजर पहुंचे और उसे तोड़ना शुरू कर दिया। यहां तक कि वहां गैराज में रखी तीन महंगी गाड़ियों को भी जेसीबी से तोड़कर बाहर निकाला गया।

मकान व परिसर लगभग 20 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में फैला है। प्रशासन ने बिना अनुमति बनाए गए निर्माण को तोड़ने के अलावा जमीन के दस्तावेज की जांच भी शुरू कर दी है। उपद्रव करने वाले करीब 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 41 नामजद सहित 150 लोगों पर शासकीय काम में बाधा, झगड़ा, अवैध हथियार का उपयोग, उत्पात मचाने सहित करीब 15 धाराओं के तहत सिटी कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है।

भारत बंद के दौरान पुलिस पर पथराव करने वाले शहजाद के बंगले पर चला बुलडोजर pic.twitter.com/y2G7vmoTng

— NaiDunia (@Nai_Dunia) August 22, 2024

पथराव में घायल हुए एएसपी और टीआइ सहित कई पुलिसकर्मियों को लेकर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने रात मे ही एक्स पर पोस्ट कर उपद्रवियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे, जिसके बाद गुरुवार सुबह छतरपुर के अलावा पन्ना से भी पुलिस बल बुलाकर शहर भर में छापेमारी शुरू की गई। पुलिस पर हमले के विरोध में शहर भी बंद रहा। जानकारी के मुताबिक जिला कांग्रेस का पूर्व उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली बुधवार को भीड़ में ज्ञापन सौंपने वालों में सबसे आगे था।

सबसे पहले अली के आलीशान बंगले की ओर बुलडोजर रवाना हुए। 20 हजार वर्ग फीट में बना बंगला बगैर अनुमति के बनाए जाने का आरोप है। दो पोकलेन और एक जेसीबी की मदद से करीब 6 हजार वर्ग फीट में फैले मकान को तोड़ा गया है। इस दौरान बंगले को खंडहर में तब्दील करने के अलावा पोर्च में खड़ी फॉर्च्यूनर समेत तीन कारों पर भी जेसीबी चला दी गई।

इस दौरान शहजाद अली परिवार समेत फरार रहा, वही भारी पुलिस बल देख समर्थक भी विरोध का साहस नहीं कर सके। कोतवाली में पदस्थ उपनिरीक्षक राहुल तिवारी ने पुलिस पर हमले को लेकर जो रिपोर्ट दर्ज कराई है, उसके अनुसार कहा गया है कि बुधवार को यह लोग एकजुट होकर आए। जिनके पास हथियार थे। कोतवाली आकर उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी।

राज्यसभा सदस्य प्रतापगढ़ी ने जताया विरोध, वीडी शर्मा बोले-किसी को नहीं छोड़ेंगे

इस मामले को लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी ने विरोध जताते हुए एक्स पर लिखा है कि- भाजपा सरकार की मुसलमानों के खिलाफ़ नफ़रत का एक और उदाहरण देखिये, मध्य प्रदेश के छतरपुर में मुख्यमंत्री के इशारे पर हाजी शहज़ाद के घर को ज़मींदोज़ कर दिया, नरेन्द्र मोदी जी दुनिया भर में सबका साथ- सबका विकास का नारा लगाते फिर रहे हैं और उनकी राज्य सरकारें बहाना तलाश कर मुसलमानों का घर तोड़ रही हैं, संविधान की शपथ लेने वाली मोदी सरकार इस बुलडोज़र के नीचे हर दिन संविधान को कुचल रही है।

जल्द ही इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाऊगा। वहीं स्थानीय सांसद व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उपद्रवियों ने जिस तरह का आतंक मचाने का काम किया। ऐसे गुंडे, ऐसे अपराधी छतरपुर में एक कदम भर नहीं चल सकते। ऐसे लोगों को नेस्तनाबूद कर देंगे। किसी को नहीं छोड़ेंगे।

उपद्रवियों पर कार्रवाई लगातार जारी है। हम उनके घरों को चिह्नित कर रहे हैं। पहली कार्रवाई हो गई है। जिसने उपद्रव किया है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

पार्थ जैसवाल, कलेक्टर, छतरपुर