CG CRIME : कामचोरी के बेघर किशोरों ने अपनी कामवासना में 4 महीने की नाबालिग हुई रचनात्मकता को अंजाम दिया

प्राथमिक पात्र, गरियाबंद। काम की तलाश में देवभोग के साथ अनाथालय से अनाचार करने का मामला सामने आया है। बम 4 माह की अवधारणा भी है. निगम प्रभारी गौतम गावड़े ने बताया कि रायपुर सिविल लाइन स्टेशन में आज देवभोग अपार्टमेंट में धारा 366,376 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

राजधानी के एक अनाथालय में 18 साल तक रहने के बाद भाठागांव बस स्टैंड के रेस्तरां में लड़की काम कर रही थी। इसी बीच जीवन बस सेवा वर्ष में बस्ती का काम करने वाले नंदू तिवारी उम्र 22 वर्ष से जान पहचान हुई। नंदू इब्राहीम का दूसरा काम, बस से देवभोग ले आया। बिजनेस देवभोग के एक रेस्तरां में भी काम कर रही थी। इसी दरमियान मूल नंदू ने बेटी को शादी का मौका दिया। फिर अक्टूबर 14,15 की दरमियानी रात देवभोग बस स्टैंड से एक सुने मकान में ले कर बाजार में डाका डाला गया।

संगी मितान भिक्षक केंद्र जाने के बाद हुआ खुलासा

रायपुर प्रशासन ने भिक्षावृत्ति में लगे लोगों को एक छत के नीचे लाने का अभियान जनवरी में चलाया। भाठापारा बस स्टैंड में काम करता है डॉक वर्कशॉप को भी संगी मितान शिक्षक केंद्र लाया गया। पेट में हमेशा दर्द बना रहता था। केंद्र ने अल्ट्रासाउंड स्कैन किया तो भ्रूण कैंसर का खुलासा हुआ। जिसके बाद इंटरव्यू से पूछताछ हुई। सेंटर के केयर टेकर ने अलाइका एलिज़ाबेथ से लेकर सिविल लाइन स्टेशन में एक मामला दर्ज किया था। घटना देवभोग में घटना के कारण कार्टून के मामले में अपराधी समूह को जेल विभाग की तैयारी की याद आ रही है।

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें अंग्रेजी में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें