बिलासपुर। जिले के रतनपुर में गिरिजाघर प्राथमिक शाला भरारी में बच्चों और कुछ टुकड़ियों को हिंदू देवी-देवताओं की शपथ लेने वाले हेड मास्टर रतन लाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन इन बच्चों को अपने घर के पास एक चौक में इक नथा कर हिंदू देवी देवताओं को न दीक्षा की शपथ दिलाई गई थी। इसी दौरान किसी ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था.
सोशल मीडिया और कुछ टीवी चैनलों में इस खबर को पढ़ने के बाद शिक्षा विभाग ने पूरे मामले में मानक और रुख अपनाया। जिला शिक्षा अधिकारी भंडारी साहू ने हेडमास्टर के कृत के खिलाफ किले की गरिमा पर विश्वास करते हुए डिविडेंड जांच के आदेश दिए थे। वहीं कई हिंदू धर्मगुरुओं ने रतनपुर थाने में नामांकन दाखिल करने वाले हेडमास्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
जानकारी के मुताबक, डिवीज़न जांच में वायरल वीडियो में मिर्ज़ा प्राइमरी शाला के हेड मास्टर रतन लाल सरोवर द्वारा बच्चों और सराफा को हिंदू देवी देवताओं को न दीक्षा की शपथ दिलाई गई। इसके बाद सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के विपरीत होने के कारण हेड मास्टर रतन लाल सागर को प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। वहीं आज हिंदू धर्मावलंबियों की याचिका के बाद रतनपुर पुलिस ने धारा 153 क और 295 क के तहत कार्रवाई करते हुए रतन लाल को गिरफ्तार कर लिया है।
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