हकीमुद्दीन नासिर, महासमुंद। नई तकनीक ने अब अप्रभावी को भी संभव कर दिया है। नई तकनीक के जरिए आप बड़े-बड़े पेड़ों को एक जगह से हटाकर दूसरी जगह पर लगाते नजर आएंगे, आज हम आपको बड़े-बड़े पेड़ों वाले पेड़ों को एक जगह से उखाड़कर दूसरी जगह पर लगाते नजर आ रहे हैं। में वर्णित जा रहे हैं. और पढ़ें- CG BREAKING : ट्रक में लगी आग, धु-धुकर जल गई गाड़ी, देखें वीडियो
त्रिपुरा, महासमुंद जिले में पहली बार नई तकनीक के जरिए बड़े पैमाने पर प्लांट को ट्रांसप्लांट करने की शुरुआत हुई है। राष्ट्रीय संग्रहालय 353 में बेलसोंडा रेलवे क्रॉसिंग पर नए बनने वाले ओवर ब्रिज के लिए लगभग 125 बड़े पेड़ों को जोड़ा गया है। बड़े पैमाने पर पेड़ों को बचाने के लिए वन विभाग ने पहले 24 औषधीय वृक्षों को चिह्नित करने और प्रत्यारोपण करने की शुरुआत की योजना बनाई थी।
वन विभाग ने पहले पेड़ के चारों ओर खुदाई कर पेड़ को क्रेन से क्रेन से ट्रांसप्लांट करने वाले स्थान पर रखने के लिए पेड़ों के डालों की छटाई की योजना बनाई थी। फिर वन विभाग के ही प्लांटरोपण प्लांट में पहले से तैयार पौधे तक के पेड़ को लाने के बाद विभिन्न औषधियों के स्ट्रेटेजो में और सॉसेज में मिलावट कर दी गई। फिर क्रेन से ही पेड़ को उखाड़कर मिट्टी से भर दिया गया। पेड़ को खड़ा करने के बाद हल्दी का लेप भी पेड़ पर लगाया गया। ट्री ट्रांसप्लांट वाले अस्कोश में लगी फारेस्ट टीम के सदस्यों ने बताया कि ट्री की शिफ्टिंग को सिर्फ चार घंटे में अंजाम दिया गया था।