लक्षिका साहू, रायपुर। राजधानी के सड्डू स्थित प्रयास मियादी विद्यालय के 10वीं कक्षा के छात्र अपनी समस्या के समाधान की मांग को लेकर आज विधानसभा का नामांकन करने के लिए मैदान में उतरे। सभी ने रायपुर के प्रयास आवासीय विद्यालय के उपाध्यक्ष अधिकारी मंजुला तिवारी और संचालिका प्रमिला शुक्ला पर नशे-धमकाने और अभद्र व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगाए।
विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों ने बताया कि किस तरह से चाकभ संस्थान के लिए चाकभ संस्थान स्थापित किया जाता है। बच्चों ने जेईई की तैयारी के लिए स्कूल में प्रयास किया था, लेकिन छात्रों को कोई किताब नहीं मिली, परीक्षा की तैयारी के लिए कोई सामग्री ही नहीं मिली। जिससे पिछले कुछ प्राचीन प्रयासों से जेईई कोचिंग करने वाले छात्रों की संख्या कम हुई है।
स्कूल में स्मार्ट क्लास के लिए प्रोजेक्टर्स शॉवे के लिए स्थान दिए गए हैं। इनमें से अधिकांश काम नहीं करते. 350 छात्रों के लिए 12 शैतान और स्टेडियमों का निर्माण हुआ है, लेकिन इनमें से केवल तीन का ही उपयोग करना बाकी है। टूटे नल, सीवेज सिस्टम, बारिश में पानी टपकना, दरवाजे और लाइट से जुड़ी कई समस्याएं हैं। छात्रों ने मूल आवेदन में आवेदन किया है। डॉक्टर में भी ऐसा ऑफर दिया गया है जो सही से स्वास्थ्य की जांच नहीं करता और हर समस्या पर पैरासाइटमोल की डिलीवरी देता है। बच्चों ने कहा कि अगर किसी छात्र को बीमारी गंभीर हो जाए तो ऐसे समय में सही इलाज पाना भी मुश्किल है।
छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि साल में दो-तीन बार निरीक्षण के लिए आये अधिकारियों को बाहर से ही चाय पिलाकर भेजा जाता है, जिससे स्कूल और छात्रों की स्थिति तक अधिकारी पहुंच नहीं पाते हैं।
आवेदन पर समाधान नहीं, जोखिम भरा है
छात्रों ने स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जब उनके आवेदकों के साथ नामांकन होता है तो लिखित में याचिका दायर करने की अनुमति दी जाती है। जब लिखित में शिकायत की जाती है तब आवेदनों को किनारे कर दिया जाता है। इसे लेकर प्रयास के छात्रों ने बिजनेस ऑफिस का नामकरण भी कर दिया है। लेकिन शिकायत करने पर अधिकारी बच्चों को पदस्थापित करने की धमकी देते हैं।
छात्रों ने निर्देश दिए कि संबंधित सहायक आयुक्त से ही प्रश्न पूछा जाए
छात्रों द्वारा लिखित मांग एवं शिकायत पत्र मुख्य अधिकारियों से सहायक आयुक्त विजय सिंह कंवर द्वारा लिया गया छात्रों के कमरे में रखा गया। असल में, निरीक्षण करने वाले अधिकारियों में से विजय सिंह कंवर भी रहे, रैना छात्रों ने सवाल किया कि हमारी समस्या को देखते हुए आप हमारे और सहयोगी अधिकारियों के साथ चाय पी कर ही चले जाते हैं और हमसे मिलने की कोशिश भी नहीं करते। बच्चों ने पूछा कि हमारे छात्रों के लिए छात्र और स्कूल की स्थिति कैसी है। इस पर अधिकारी ने छुट्टी के बाद निरीक्षण पर आने वाली बात देखने और बच्चों से अब उनकी गंभीर समस्याओं के समाधान करने की सहमति ले ली।
छात्रों ने आदिम जाति विकास विभाग के सचिव के नाम अपने प्रश्न और मांग के लिए भी अनुमति मांगी। प्रत्यक्ष में छात्रों ने इन विषयों की रखी मांग-
स्कूल के शिक्षकों और शिक्षकों को बहाल किया गया उपलब्ध हो मैथ्स के स्ट्रीम किए गए टीचर को वापस लाया जाए
संयुक्त समिति की जांच
प्रयास करें कि मियामी स्कूल के छात्रों का नामांकन लेने के लिए मध्य प्रदेश आदिम जाति विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने निर्देश दिया कि जांच के लिए समिति बनाई जा रही है। आज आदेश जारी कर जांच टीम बनाई जाएगी, जिसमें क्लास वन के अधिकारी शामिल होंगे। जांच के आधार पर बच्चों की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई होगी।