प्रशांत सिंह, जांजगीर-चांपा। प्रदेश में विघ्नहम दुर्गा महोत्सव के लिए संग्रहालय नैला की श्री श्री दुर्गा उत्सव सेवा समिति ने इस बार भी कुछ नया करने की तैयारी की है। इस साल के अंत में अरुण देव मंदिर के समर्थकों का निर्माण किया जा रहा है, जिस पर बुर्ज खलीफा के मंच पर लाइट और साउंड इफेक्ट्स का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा सोना-बेरात में हीरा-मोती से जड़ित मां दुर्गा की 35 फीट ऊंची मूर्ति की स्थापना की जाएगी। इसे भी पढ़ें: भगवान बुद्ध विवाद: भगवान मंदिर की दीवारों पर घी के प्रयोग के नियम, संस्कृत के अलावा धार्मिक, तमिल में उल्लेख है
जिले में इस वर्ष भी शारदीय नवरात्रि की तैयारियों के जोरों से चल रही हैं, देवी पिण्डो के गांव और शहरी क्षेत्र मां दुर्गा की मूर्ति स्थापना की तैयारियों के जोरों से चल रही हैं। नैला की प्रतिमा श्री श्री दुर्गा उत्सव सेवा समिति द्वारा भी इस तैयारी में दिन-रात का अभिषेक किया गया है। नवरात्रि का पर्व 3 अक्टूबर से शुरू हो रहा है, लेकिन नैला में माता का दरबार 6 अक्टूबर को खुलेगा। इसके बाद दशहरा के दूसरे दिन विसर्जन किया जाता है।
कोलकाता की मिट्टी से बनी जा रही प्रतिमा
श्री श्री दुर्गा सेवा उत्सव समिति के सदस्य शंभू पालीवाल ने बताया कि 41 दिनों से मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है, देखने के लिए अलग-अलग देखें- अलग-अलग परिधानों से लेकर लाखों की संख्या में लोग अलग-अलग हैं। इस वर्ष के नवरात्रि पर्व में थाईलैंड के विश्व प्रसिद्ध शांति के प्रतीक अरुण देव मंदिर के भक्तों के लिए भव्य 160 फीट की ऊंचाई और 150 फीट की ऊंचाई वाला हिस्सा बनाया जा रहा है। जिसे बंगाल के 35 से 40 कलाकारों द्वारा पिछले 40 दिनों से बनाया जा रहा है।
पाँच शेरों के स्वर्ण रथ पर सवार एकमात्र माँ
शंभू ने बताया कि पांच शेरों के स्वर्ण रथों में मां की मूर्ति की स्थापना की जाएगी, जिसकी गहराई 35 फीट होगी। वहीं शेरों की 12 से 15 फीट की प्रतिमा होगी। मां दुर्गा को सोना-अबेरा, जड़ो-मोती से जड़ित पत्थर की गहनों के साथ लाल रंग की खूबसूरत पोशाक पहनेगी। इस काम को भटगांव के प्रदीप देवांगन की 12 सदस्यीय टीम ने अंजाम दे रही है। मूर्ति के निर्माण में डायमंड का उपयोग किया जा रहा है, जहां दुर्गा मां का चेहरा बनाने के लिए कोलकाता से मिट्टी का प्रयोग किया जाता है।
लाइट और साउंड भी होगा आकर्षण का केंद्र
इस बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बुर्ज खलीफा के सुपरस्टार की टीम को बुलाया गया है। रात्रि में आकर्षण का आकर्षण भव्य रहेगा। दुर्ग से साउंड सिस्टम मंगाया गया है. जिससे 3 अक्टूबर को नवरात्रि पर्व शुरू होने जा रहा है, पहले ही दिन से भक्तो मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने पहुंच सकते हैं। यहां मां दुर्गा की मूर्ति, निवेश, लाइटिंग, साउंड सिस्टम समेत अन्य साज-सज्जा का खर्च करीब 1 करोड़ रुपये से ज्यादा होगा। पहले रेलवे स्टेशन के पास छोटे स्थान पर होती थी मां की पूजा, अब अग्रसेन भवन बन रहे हैं सामने, अवशेष,
वस्तु के अंदर 1000 लोग एक साथ दर्शन कर सकते हैं
इनके अंदर की लंबाई 100 फीट और चौड़ाई 84 फीट है, जिसमें एक बार में 15 सौ से अधिक भक्त मां दुर्गा के दर्शन कर सकते हैं। भक्तों के स्वास्थ्य संबंधी याचिका को दूर करने के लिए अध्ययन स्वास्थ्य प्रयोगशाला की टीम के साथ जुड़े रहेंगे। इसके साथ सुरक्षा की गारंटी के साथ पुलिस कमिश्नरी की ड्यूटी लगेगी। इसके अलावा वेबसाइट की वैज्ञानिक तैयारी की जा रही है।