अनमोल निर्मल, मोहला-मानपुर। मोहला-मानपुर जिले के अंबागढ़ सोसायटी विकासखंड अंतर्गत ग्राम कोहड़ा में एक माह के अंदर एक 8 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। मौत कैसे हो रही है, इसका कारण क्या है ये रहस्य बना हुआ है। वहीं एक के बाद एक हो रही रेस्टॉरेंट से थराए लोकल रिस्टॉक ने रेस्ट्रिक्ट के मकसद को गांव में मीटिंग कर इस मुद्दे पर रियाजगी की कोशिश करने की कोशिश की। यह भी पढ़ें : CG MORNING NEWS: सीएम ने कहा दौरे पर…भाजपा का ‘मोर बूथ मोर अभियान’ आज से…भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का नारा कल रैली रायपुर… राजधानी में निकली साइकिल और बाइक रैली…
रेस्ट की असल वजह से ग्रामीण खुद अन्य हैं। वहीं संकट इस बात पर भी सवाल उठ रहा है कि इन राक्षसों के पीछे कहीं ये दैवीय प्रकोप तो नहीं? ऐसे में ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ दैवीय प्रकोप का भी आकलन कर रहे हैं। दूसरे और जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंडावी ने कहा कि क्षेत्रीय बी.पी. की वेबसाइट पर गांव की जानकारी ली गई है। कुछ मृतकों ने पहले स्थानीय डॉक्टर से इलाज कराया था।
लल्लूराम डॉट कॉम की ओर से गांव में शुरुआत और स्टूडियो व स्टूडियो से सामूहिक मामले की पड़ताल की गई। पता चला कि पहले एक बुजुर्ग की मौत हो गई, और फिर उसके 15 से 20 दिन बाद एक के बाद एक और सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में कॉलेज में पढ़ने वाली दो पक्की सहेलियों के अलावा ग्रेजुएट्स, युवा, अधेड़ और बुजुर्ग भी शामिल हैं।
रिवायत की माने तो नाक से खून की उल्टी, खून की उल्टी, हरारात समेत अलग-अलग अनुपात की जांच में आने के बाद एक रात के अंतर में अलग-अलग तरह के इलाज के दौरान लोगों की मौत हुई है। गांव के सरपंच, मृत कॉलेज के पिता सहित स्थानीय ग्रामीण ने गांव में आयोजित बैठक के डेरेमियान डेथ की इस पहेली पर जानकारी साझा की।
बताएं कि जिले के रजिस्ट्रार एस. जयवर्धन ने भी इन स्टार्टअप्स को नामांकित किया है। मंगलवार की रात को आर्किटेक्ट्स, यूनिट्स सहित एलायंस आर्किटेक्ट्स ने निचेकोहड़ा गांव के आर्किटेक्चर का अधिग्रहण किया। इसके साथ-साथ कलाकार और संगीतकारों के कलाकारों से मिलकर इन कलाकारों के कलाकारों को शामिल किया गया।