संजीव शर्मा, कोंडागांव। देश की अर्थव्यवस्था के साथ शेयर बाजार में आ रहे उफान का फ़ायदा उठाने के फेर में कई लोग धोखे का शिकार हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कोंडागाव से सामने आया है, जहां शेयर बाजार में लाभ के नाम पर फर्जी डीमैट शेयरधारक के नाम पर 18 लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी की गई। मामले में कोंडागाव पुलिस ने मध्य प्रदेश से चार चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसे भी पढ़ें : अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रमुख सचिव आंदोलन की राह पर, 22 और 23 जुलाई को हड़ताल होगी…
कोंडागांव निवासी यतिंद्र पटेल पिता रुमनाथ पटेल (28 वर्ष) ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि शेयर बाजार में फर्जी डीमैट शेयरिंग के नाम पर खरीदारी की गई है। शुरुआत में कुछ लाभ की पेशकश झांसे में लेकर 18,56,899 रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया। प्रार्थी की रिपोर्ट कोंडागांव थाना में क्राइम क्रम 193/2024 धारा 420, 465, 467, 468, 471, 34 भादवि. अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई शुरू की गई।
क्राइम की ओर इशारा करते हुए पुलिस कप्तान अक्षय कुमार के निर्देशन में विशेषज्ञ रूपेश कुमार दांडे, विशेषज्ञ रूपेश कुमार और साइबर सेल के प्रभारी महासचिव सहरीग राघव के निर्देशन में कोंडागांव थाना और साइबर सेल की दो टीमें तैयार की गईं।
चार पतासाजी की टीम ने मध्य प्रदेश के गोंदा, फैजाबाद, भोपाल और आसपास के स्थानों पर लगातार तीन दिन तक रेकी की। फ़ार्चुअल की जानकारी हासिल कर उन्हें पुरातात्विक पूछताछ की, जिसमें जुर्म स्वीकार किए जाने पर उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया।
उक्त कार्रवाई में पर्यवेक्षक आद्योपत्य साहू, उपनिरीक्षक गुलाब टंडन, प्रधान संरक्षक देवार्चन सिदार, संरक्षक छेदीलाल नेताम, संरक्षक प्रभुराम नेताम एवं सायबर सेल कोंडागांव से प्रधान संरक्षक लुमन भंडारी, संरक्षक बिजू यादव का विशेष योगदान रहा।
चार बेघर मध्य प्रदेश निवासी
गिरफ्तार किए गए लोग प्राकृतिक रूप से मध्य प्रदेश में रहने वाले हैं। इनमें नर्मदापुरम निवासी सौरव पितारे विजय सिंह कबा (25 वर्ष), भोपाल निवासी नितेश वर्मा पिता गोविंद वर्मा (24 वर्ष), अल्मीडिया शिलावट पिता संतोष शिलावट (27 वर्ष), उदित शिलावट पिता संतोष शिलावट (30 वर्ष) शामिल हैं।