सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। नाम का अपना महत्व होता है. नाम केवल व्यक्ति का केवल बाहरी नहीं है, बल्कि उसके व्यक्तित्व की भी पहचान माना जाता है। लेकिन बलरामपुर के वद्रफनगर में नाम को बदनाम करने का मामला सामने आया है, जिसमें शरीफ नाम के शख्स ने भोले-भाले लोगों को एक-दो नहीं बल्कि 35 लाख रुपये का चूना लगाया गया है। फाइनेंस कंपनी की शिकायत पर पुलिस मामला दर्ज कर तलाश की गई है। इसे भी पढ़ें : पावर सेंटर : दीमक…गुस्सा…टल गया विस्तार…ऑर्गेनाइज्ड करप्शन…शौक ए दीदार…- आशीष तिवारी
वाड्रफनगर में संचालित बेलस्टार माइक्रोफाइनेंस लिमिटेड के एरिया मैनेजर घनश्याम यादव ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है कि शाखा में पदस्थ सेल्स अधिकारी शरीफ कंपनी के उपभोक्ताओं को दी गई ऋण राशि का गबन कर दिया गया है। प्रधान शरीफ ने सूरजपुर-बलरामपुर जैसे जिलों में लगभग 114 ग्रुप के माध्यम से लोन पास किया था, और लगभग 35 लाख रुपए का गबन कर दिया गया है। यही नहीं वह लिफ्ट ट्रेस न हो, इसके लिए मोबाइल भी बंद कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, बेलस्टार माइक्रोफाइनेंस कंपनी समूह को ऋण प्रदान करने का कार्य करती है। प्रधान शरीफ केवल कंपनी का सेल्समैन नहीं था, बल्कि फील्ड ऑफिसर भी था, जो समूहों को जोड़ने के साथ लोन दिलाने और लोन की रकम वसूलने का काम करता था। शरीफ़ अंसारी से क्षेत्र के कई दलाल भी संपर्क में थे, जो भोले-भाले कम पढ़े-लिखे लोगों को लोन देकर उनसे ठगी का काम करते थे।
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मामले में वाड्रफनगर पुलिस चौकी के प्रभारी डाकेश्वर सिंह ने बताया कि आवेदन के बाद शरीफ अंसारी के खिलाफ धारा 420, 408 के तहत मामला दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। माना जा रहा है कि गिरफ्तारी के बाद कई बड़े खुलासे भी हो सकते हैं।