अरविंद मिश्रा, बलौदाबाजार। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर आज बलौदाबाजार भाटापारा जिले में राष्ट्रीय लोक न्यायालय का गठन किया गया। इसमें छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के उपाध्यक्ष दीपक तिवारी ने शिरकत की और कहा कि लोक न्यायालय में लाए गए मामले आपसी राजामंडी से हल हो जाते हैं और न ही इसमें किसी भी पक्ष की हार या जीत होती है बल्कि वैमनस्यता खत्म होकर सौहार्द बढ़ता है।
राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन बलौदा बाजार जिले के जिला न्यायालय परिसर में किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में बिजली बिल से संबंधित उच्चतम मामला सामने आया। यहां पहुंचे फरियादियों ने शिकायत की थी कि उनके घर पर बिना मीटर लगाए ही बिजली विभाग ने भारी भरकम बिल भेज दिया है। यहां तक की तीन महीने का बिल 30 से 42 हजार रुपए तक भेजा गया है, जो कि हम गरीबों के साथ अन्याय है।
उन्होंने राष्ट्रीय लोक अदालत में निरीक्षण के लिए उच्च न्यायालय पहुंचे न्यायमूर्ति दीपक तिवारी से मुलाकात की और उनसे दिल्ली से उच्च न्यायालय के मामलों के समाधान के लिए आपसी समझौते करने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति दीपक तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय लोक न्यायालय ही एकमात्र ऐसा माध्यम है जहां साझा समझौते से मामले का समाधान किया जा सकता है क्योंकि न्यायालय में एक पक्ष की जीत और दूसरे पक्ष की हार होती है। बलौदा बाजार में आयोजित राष्ट्रीय लोक न्यायालय के निरीक्षण के दौरान न्यायमूर्ति तिवारी ने वकीलों को भी निर्देशित किया। इस दौरान उन्होंने न्यायालय परिसर में धरना भी दिया। दीपक तिवारी का बलौदाबाज़ार एडवोकेट संघ ने स्वागत किया। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश भी साथ थे।
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