रायपुर. बलौदाबाजारी हिंसा मामले को लेकर प्रदेश में सिससात गरमा गई है। सत्ता में बैठी भाजपा और विपक्ष की कांग्रेस दोनों ही इस घटना को लेकर चिंतित हैं। राज्य की साझी सरकार ने इस घटना को लेकर न्यायिक जांच के आदेश दिये हैं। वहीं इस घटना में स्थानीय प्रशासन की जांच को लेकर कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग की है। कांग्रेस की मांग पर अब पूर्व मंत्री और विधायक राजेश मूणत ने पलटवार किया है।
कांग्रेस नेताओं के बलौदा बाजार दौरे पर कसा तंज
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बलौदाबाजार दौरे पर पूर्व मंत्री व विधायक राजेश मूणत तंज कसते हुए कहा कि अच्छी बात है, जाएं और देखें। उनके पास भी कोई तथ्य हो तो सकारात्मक सुझाव दें, लेकिन झीरम घाटी जैसी भूमिका नहीं होनी चाहिए।
सीबीआई जांच की मांग पर विचार:
राजेश मूणत ने झीरम घाटी मामले में कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जेब में सबूत था, लेकिन 5 साल तक के सबूत नहीं निकले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सीबीआई को गिरफ्तार किया था। छत्तीसगढ़ की एसआईटी से जांच कराई गई। अब जब भाजपा सरकार स्थानीय प्रशासन से जांच करवा रही है, तो कह रहे हैं कि सीबीआई से जांच करवाओ। यह तो वही बात है कि “तुम करो तो रासलीला !”
बलौदा बाजार कलेक्टर और एसपी के निलंबन पर विधायक मौनत
वहीं बलौदाबाजार के कलेक्टर और एसपी के निलंबन पर विधायक मुंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शांति का माहौल है। सरकार का कर्तव्य बनता है, जो कानून हाथ में लेगा उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक, सामाजिक या अन्य कोई भी व्यक्ति हो, कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए।
अच्छी प्लानिंग के लिए हो रही विभागों की समीक्षा : मौन
मुख्यमंत्री साय सभी भाषाओं की समीक्षा पर पूर्व मंत्री व विधायक राजेश मूणत ने कहा कि अच्छी योजना के साथ आने वाले भविष्य में क्या कर सकते हैं, इस पर विचार कर रहे हैं।
मंत्री और सांसद बृजमोहन अग्रवाल के निधन पर शोक:
वहीं, राजेश मूणत ने मंत्री बनने के बाद कहा कि मैं कहीं खड़ा नहीं हूं, मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं। मेरी पार्टी है, मेरी सरकार है।
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