रायपुर. वित्त मंत्री अलैहिस्सलाम चौधरी के सहयोगी से संबंधित ग्रांट एमए आज विधानसभा में चर्चा के बाद सार्मसम्मति से पारित कर दिया गया। इसमें वित्त विभाग के अंतर्गत 7 हजार 956 करोड़ 87 लाख 39 हजार डॉलर, आवास एवं पर्यावरण विभाग से संबंधित 1 हजार 174 करोड़ 3 लाख 90 हजार डॉलर और योजना, आर्थिक एवं पर्यावरण विभाग से संबंधित 428 करोड़ 71 लाख 44 हजार का अनुदान पत्रिका शामिल है। हैं. विधानमंडल पर चर्चा के दौरान विधानसभा सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र की योजनाएं बनाईं और अपनी सलाह भी दी।
वित्त मंत्री अर्थशास्त्री चौधरी ग्रांट ने पार्टी पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस रणनीति के तहत भारत की अर्थव्यवस्था के लिए काम कर रहे हैं, उसी तरह का प्रयास नवोदित राज्य छत्तीसगढ़ के लिए भी किया जा रहा है और ये बड़े पैमाने पर काम किया जा रहा है। दोस्तों की बात है कि हम साल 2047 तक भारत के साथ ही छत्तीसगढ़ को भी विकसित करेंगे। छत्तीसगढ़ 2047 तक के उन्नत राज्य से विकसित राज्य निर्माण, इसका विजन दस्तावेज़ तैयार किया जाएगा, जिसे छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के दिन 1 नवंबर 2024 को जनता को समर्पित किया जाएगा, जिसका नाम “अमृतकालः छत्तीसगढ़ विज @2047” होगा।
रामायण चौधरी ने कहा कि मोदी जी की विचारधारा के दौर में भारत की इंडस्ट्री 11वें स्थान से बेरोजगारी में 10 साल के अंदर 5वें स्थान पर है। इसी मिडटर्म कंपनी के अनुसार हमने अगले पांच साल में छत्तीसगढ़ की जीएस आईपी को 5 लाख करोड़ से बढ़ाकर 10 लाख करोड़ प्रतिदिन करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि राज्य में टेक्नोलॉजी का प्रयोग बहुत महत्वपूर्ण हो गया है और इसी वजह से टेक्नोलाजिकटल इंटरवेंशन के लिए 266 करोड़ रुपये का बजट प्रोजेक्ट किया गया है।
मंत्री चौधरी ने कहा कि प्रदेश की व्यवस्था को जहां भी प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा सकता है, उसे समाप्त किया जा सकता है, हम उसे महत्व दे रहे हैं और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रहे हैं, जो हमारी रणनीति का मूल आधार है, प्रौद्योगिकी अनुसंधान और नवाचार ही है। हम प्रदूषण के मानकों को भी बेहतर करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक को और आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के उद्योगों के लिए छत्तीसगढ़ एडवायडरी काउंसिल के गठन का निर्णय लिया गया है। राज्य में गंभीर अध्ययन के बाद हम बिजनेस यूनिट में बिजनेस यूनिट स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसका असर अगले एक साल में दिखेगा। उन्होंने कहा कि इन सबके आधार पर हम लोगों ने निर्णय लिया कि हम अपने राजस्व को 22 फीसदी की दर से बढ़ाएंगे और हम विश्वसनीयता से अपना प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि दुर्ग कमांडर में सचिवालय सेवकों को वित्त एवं लेखा प्रशिक्षण संस्थान की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके नवीनीकरण के लिए 18 दुकानदारों और सृजन भवन निर्माण के लिए 1 करोड़ 50 लाख डॉलर का निवेश किया गया है। इसके साथ ही मुख्यालय वित्त एवं लेखा प्रशिक्षण संस्थान, रायपुर के नवीन भवन निर्माण के लिए भी 1 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट किया गया है। विपक्ष चौधरी ने कहा कि हम निश्चित रूप से सभी मंत्रालयों के बीच एक शानदार स्थिरता स्थापित करेंगे और बातचीत से चर्चा करेंगे, ताकि अवैध दस्तावेजों को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने कहा कि विकास की गति में कोई स्थिरता नहीं है और लक्ष्य लागत भी कम हो रही है, रोड-पुल भी शामिल है, इसके लिए भी हमारी सरकार की क्षमता है और इतने सारे बड़े वित्तीय निवेशकों के बीच में हम आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।
मंत्री चौधरी ने जानकारी देते हुए कहा कि सचिवालय सेवकों के पेंशन एवं विश्राम लाभ के भुगतान के लिए 7 हजार 729 करोड़ 14 लाख प्रति वर्ष की योजना का बजट शामिल है। इस राज्य के लगभग 1 लाख 31 हजार पेंशनरों को नियमित रूप से पेंशन, पारिवारिक पेंशन, संपत्ति की राशि, ग्रेच्युटी, अवकाश नकदीकरण का भुगतान किया जाएगा। इसमें पेंशन निधि के लिए 340 करोड़ का प्रावधान भी शामिल है.
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें अंग्रेजी की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें