साईं हॉस्पिटल ने किसका संरक्षण को अंतिम रूप दिया! : मॅराबर्ट और बंदा के ऑर्डर के बाद भी मॅरीज चल रहा हॉस्पिटल, जांच में फिर मिली जगह, ओबम ने कही ये बात…

टुकड़े टुकड़ेश्वर, आरंग। स्वास्थ्य से संबंधित मामलों पर शासन, प्रशासन और विभाग पर कड़ी निगरानी रखी जाती है। खैर भी शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई होती है, लेकिन ऐसी कार्रवाई अभी तक आरंग के साईं हॉस्पिटल पर क्यों नहीं हुई, ये सवाल बड़ा सवाल है? प्रश्न लाजमी है, क्योंकि किसी भी निजी अस्पताल के संचालन के लिए स्थानीय स्तर पर प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ती है। सभी छात्रों और छात्रों को पूरा करने के बाद ही अस्पताल के संचालन की खबरें आती हैं, लेकिन आरंग के साईं अस्पताल में इतने सारे छात्रों और छात्रों के बाद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। स्वयं जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के आदेश को ठेंगा दिखाया जा रहा है। ऐसा अनोखा होता है कि साई हॉस्पिटल को औद्योगिक और राजनीतिक दोनों का संरक्षण मिल रहा था। खैर देर आए तय आ गए, अब प्रशासन की ओर से साईं हॉस्पिटल पर कार्रवाई तय है।

क्षेत्र में अस्पताल की हुई जांच और कार्रवाई के निर्देश से लूट के शिकार मरीज और उनकी जमानत पर प्रशासन से न्याय की उम्मीद जगी है। आरएनजी समेत क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित अन्य हॉस्पिटल और क्लिनिक पर भी कभी भी कार्रवाई हो सकती है.

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जांच में बड़ा खुलासा: नियम का विरोध किया गया था महिलाओं का गर्भपात

आरंग में फर्जी तरीके से संचालित साई हॉस्पिटल की जांच के बाद हॉस्पिटल में बड़े-बड़े घोटाले सामने आ रहे हैं। मंगलवार को शिकायत के बाद आरंग प्लास्टर पुष्पेंद्र शर्मा के निर्देश पर डुआ सीता शुक्ला के नेतृत्व खंड में चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय लक्ष्मी अनंत की टीम और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने अस्पताल का निरीक्षण किया था। जांच के दौरान अस्पताल में कई गंभीर मरीज मिले।

जांच दल के प्रमुख आरंग सीता सीता शुक्ला ने बड़ा खुलासा करते हुए लल्लूराम डॉट कॉम पर बताया कि अस्पताल में इलाज के लिए महिलाओं के गर्भपात नियमों के खिलाफ बताया गया था। किसी भी महिला मरीज़ के गर्भ को निकालने के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ का पालन किया जाता है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा सभी मरीज़ों के गर्भपात को लेकर ज़रूरी दस्तावेज़ बनाए रखा जा रहा था।

बता दें कि आरंग के काॅलेज चौक स्थित साईं हॉस्पिटल को एक महीने पहले ही जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर ने बंद करने का आदेश जारी किया था। सीएम के आदेश पर ठेंगा दिखाया गया हॉस्पिटल के नियमों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। अब जांच टीम ने सही पाए जाने पर कार्रवाई की बात कही है।

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