नितिन नामदेव, रायपुर। छत्तीसगढ़ के सभी उत्पाद और खाद्य उद्योग के सचिव, एमडी और अन्य मत्स्य पालन अधिकारियों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद रिलेशनशिप में मिले स्कॉलरशिप के बाद राइस मिलर्स ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने कहा कि समय-समय पर राइस मिलर्स के एट्रिब्यूट ने मिल कर उन्हें राइस मिलर्स की आशंकाओं से अवगत कराया। राज्य सरकार को मिलर्स की ओर से प्रतिवेदन भी दिया गया था। मिलर्स की इतनी भी माँगें थी, सभी को शासन द्वारा गवर्नर के साथ सुना गया। सरकार ने मिलर्स की कंपनी पर सकारात्मक रूप से विचार करने की सलाह दी है। छत्तीसगढ़ के चावल मिलर्स शासन के स्वतंत्रता से पूरी तरह अलग हैं। मिलर्स ने यह तय कर लिया है कि आने वाले समय में राइस मिलर्स के स्टेज को मंच पर उतारने के लिए हम कमिश्नरी टीम बनाएंगे। यह टीम समय-समय पर चर्चा कर मिलरों की चिंताओं से शासन को लेकर चिंतित होगी।
मिलर्स ने स्पष्ट किया कि सभी राइस मिलर एकजुट हैं। हम अपनी बात तक शासन करने में असमर्थ हैं। हमारे मामले में किसी भी तीसरे पक्ष को पासी देने की आवश्यकता नहीं है। प्रदेश में कुछ निहित स्वार्थी समूह में लगातार किसान और मिलरों के विषय में भ्रम फैल गया था। आज की बातचीत के बाद वह भ्रम पूरी तरह से ठीक हो गया।
किसानों के हित में मिलर्स सरकार के साथ बने रहें। मिलर्स ने कहा कि शासन द्वारा विस्थापित धान का दाना-दाना मीलिंग करना हम पर निर्भर है। प्रदेश की जनता के हित में सभी मिलर्स का काम छूट गया है। धान का उठाव शुरू हो गया है. मिलर्स ने अपनी हड़ताल ख़त्म करने की घोषणा की है।