फ़र्ज़ी कस्टमर केयर नंबर और फ़र्ज़ी साइट से हो रही धोखाधड़ी, आईजी गर्ग ने Google को लिखित पत्र दिया

मनेन्द्र पटेल, दुर्ग। रेंज के आईजी राम गोपाल गर्ग ने गूगल के शेयरधारक अधिकारी को पत्र लिखकर गूगल पेज पर फर्जी कस्टमर कारों और फर्जी साइट पर रोक लगाने की मांग की है। वहीं आम जनता से पुलिस के सायबर अभियान में शामिल होने की अपील की है। कुख्यात आईजी रामगोपाल गर्ग ने हरियाणा में रहते हुए राम रहीम केस में भी अहम भूमिका निभाई है। इस बार भी उन्होंने दुर्ग के डिप्टी कमिश्नर के रूप में गूगल को पत्र लिखा है।

आईजी गर्ग ने स्पष्ट रूप से चिंता व्यक्त करते हुए पत्र लिखा है। उन्होंने गूगल पेज पर सर्च किए गए फ़ार्ज कस्टमर केयर नंबरों के कारण हो रही धोखाधड़ी को रोकने और आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है। गर्ग ने पत्र के माध्यम से कहा कि विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध करने वाले साइबर थॉग Google प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग प्रमुख पदों, बीमा कंपनी, साउदी, इलेक्ट्रॉनिक्स, यूपीआई, गैस परामर्श, चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य आवश्यक सेवाओं के ग्राहक देखभाल नंबरों को करने के लिए किया जाता है। अपडेट करने के नाम से लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। अक्सर गूगल का उपयोग धोखाधड़ी करने वालों द्वारा किया जाता है, इसलिए गूगल सर्च में फर्जी नंबर ऊपर देखें।

कार्रवाई के संबंध में Google से असंबंधित जानकारी

आईजी ने कहा, उपयोगकर्ता Google परिणाम पर भरोसा करते हैं। वे इन फर्जी नंबरों को कस्टम कस्टमर केयर नंबर मान लेते हैं और इसके परिणामस्वरूप अपनी पसंद और विश्वास की जानकारी प्राप्त कर शेयर करने वालों के जाल में फसते चले जाते हैं। आईजी ने गूगल को आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के माध्यम से कहा है कि इस प्रकार की धारणा से समाज पर प्रभाव वाले प्रभाव को देखते हुए गूगल के लिए सभी कदम उठाना महत्वपूर्ण है, ताकि नागरिकों को इस तरह की विचारधारा से प्रभावित किया जा सके। गूगल से भी इस विषय पर नामांकित ‍अंक एक्शन करने एवं बताए गए एक्शन के संबंध में जानकारी भी प्रतिबंधित है।

सायबर प्रहरी अभियान से जुड़ने की अपील

पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग ने आम जनता से भी अपील की है कि ‘साइबर प्रहरी’ अभियान में साइबर अपराधियों के बारे में लगातार नए सिरे से चर्चा की जा रही है। चित्र को रोज़ समसाकर एसेन एस्केप एवं सुरक्षित रहने के महत्पूर्ण बिंदु जारी किये जाते हैं। साइबर अपराधियों पर इंटरनेट और जागरूकता से ही काम चलाया जा सकता है। मूलतः सायबर प्रहरी अभियान से आप भी जुड़ें।

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