दो साल के मासूम रेहान का निजी अस्पताल में होगा नि:शुल्क इलाज, जन्म से ही बोला जाता है असक्षम…

अजय सूर्यवंशी, जशपुरनगर। जन्म से विकलांग दो साल के मासूम रेहान तिर्की का नि:शुल्क इलाज होगा। रेहान के पिता ईश्वर तिर्की ने इलाज के लिए जनदर्शन में सहायता से राहत दी थी। डॉक्टर डॉ. रवि मिस्टर की पहली पर अब रेहान का इलाज रायपुर के निजी स्टॉक में नि:शुल्क लगेगा। इसे भी पढ़ें: आप और कांग्रेस के कलाकारों के साथ दिग्गजों की विरासत की तलाश करें, नया विकल्प तलाशने की मजबूरी…

जिले के कांसाबेल ब्लॉक के ग्राम पंचायत कोगाबहरी के गरीब ग्राम नरियरडांड निवासी रेहान तिर्की जन्म से बोल में अक्षम है। स्थानीय स्तर पर वे बहुत इलाज करते हैं। लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ. डॉक्टर ने उसे इलाज के लिए बड़े अस्पताल में डॉक्टर की सलाह दी थी। इस पर स्वोन्स ने रायपुर के एक निजी अस्पताल में अपने इलाज के तरीके बताए। इसके बाद भी रेहान बोल नहीं पा रहा है।

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ऐसे में रेहान के पिता ईश्वर तिर्की ने अपने बेटे के इलाज के लिए सीएम कैंप में जनदर्शन सहायता आराम का आयोजन किया था। सीएम कैंप के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की चिरायु टीम ने रेहान की जांच की। टीम ने निर्दोष रेहान को क्लीफ्ट लिप प्लेट नामक बीमारी से पीड़ित के रूप में चिन्हित किया है। चिरायु टीम के प्रभारी डाॅ. अरविन्द रात्रे ने डॉक्टर डॉक्टर से पूछा। रवि गुरु के निर्देशों पर रेहान का रायपुर में इलाज की तैयारी पूरी तरह से शुरू हो गई है।

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इलाज के बाद घरेलू नुस्खे सुकांति

भोजन पकाने के दौरान दुर्घटनावश आग से अछूती कर अलगाव का शिकार हुई सुकांति चौहान पति नंदकुमार चौहान रायपुर स्थित डीकेएस अस्पताल में उपचार के बाद वापस अपने घर आ गए। आग में सुकांति के दोनों पैर बुरी तरह झुलस गए। स्थानीय अस्पतालों में इलाज के बाद वह स्वस्थ तो हो गई थी, लेकिन चल-फिर नहीं पा रही थी। सुकांति ने इलाज में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सहायता मांगी थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सुकांति को सचिवालय से रायपुर ले जाकर डीकेएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

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सीएम ने पूछा हालचाल

डीकेएस हॉस्पिटल के दुकानदारों ने सुकांति के गरीबों का सफल संचालन किया। ऑपरेशन के 15 दिन बाद तक सुकांति डॉक्टरों की निगरानी में रही। अब वापस वह अपने घर पहुंच कर आराम कर रही है। जल्द ही वह सामान्य लोगों की गति-फिरने की सुविधा होगी। उपचार की व्यवस्था के लिए सुकांति और उनके पति ने मुख्यमंत्री का लांछन लगाया है। मुख्यमंत्री साय ने खुद को फोन पर इलाज के दौरान सुकान्ति से बात की थी, और उनके हालचाल ने जल्द ही स्वस्थ होने की शुभकामनाएं दी।