टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में बदला गया बच्चा!, हाई कोर्ट में दलील की याचिका पर डॉक्टर के साथ सरकार ने मांगा जवाब…

एयरपोर्ट गहवाई, बिलासपुर। राजपूत के पहले जापानी टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में बच्चे का आरोप, जगदलपुर रेजिडेंट ने हाई कोर्ट में दाखिल किया। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने केंद्र के ग्राहकों के साथ राज्य सरकार और पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब मांगा है। इसे भी पढ़ें: वार्ड परिसीमन पर रोक लगाने वाले मेयर धेबर दक्षिणी न्यायालय, उच्च न्यायालय ने उत्तर तलब पर शासन किया

गायत्री, जगदलपुर की बड़ी बचली निवासी उषा सिंह औऱ उनके पति अशोक सिंह ने चर्च में दाखिला लिया है। फाइल में कहा गया है कि वे पहलेजानी टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में दो साल से इलाज करा रहे थे, जिसके बाद उन्हें जुड़वाँ बच्चे-बेटे-बेटी मिले। लेकिन बाद में दो बच्चियां रख दी गईं.

इस बात की शिकायत उन्होंने मैनेजमेंट हॉस्पिटल से की, तो कोई सुनवाई नहीं की गई. दोनों की डॉक्यूमेंट्री में एक बच्ची का डीएनए नहीं मिला। मामले की प्रारंभिक सुनवाई के बाद मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा और न्यायमूर्ति रवीन्द्र कुमार अग्रवाल की पीठ ने राज्य सरकार, रायपुर के पुलिस अधीक्षक और प्रथमजानी टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के डॉ. नीरजजानी और डॉ.समीर फर्स्टजानी को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब दिया गया है।