छत्तीसगढ़ में जनसंख्या देश का तीसरा बड़ा टाइगर रिजर्व, साय सरकार ने गुरु घासीदास- तमोर पिंघला को टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित किया

नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ का गुरुघासीदास – तमोर पिंघला टाइगर रिजर्व देश का तीसरा बड़ा टाइगर रिजर्व होगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने गुरुघासीदास-तमोर पिंघला को टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित कर लिया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में टाइगर रिजर्व की संख्या चार हो गई है।

गुरु घासीदास नेशनल पार्क को साल 2021 में टाइगर रिज़र्व बनाया गया था, लेकिन इसका विरोध नहीं किया जा सका। इसमें कई खनन होने के कारण नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व घोषित क्षेत्र बनाने की अधिसूचना कांग्रेस शासन काल में रुका हुआ था। छत्तीसगढ़ की विपक्षी भाजपा सरकार ने गुरु घासीदास नेशनल पार्क और तमोर पिंघला सेंचुरी को टाइगर रिजर्व बनाने का मसौदा राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) को भेजा था, जिसके बाद एनटीसीए ने गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व के रूप में आरक्षित करने की मंजूरी दे दी। लेकिन कांग्रेस शासन में रिज़र्व क्षेत्र के कोल ब्लॉक, आइल ब्लॉक और मिथेन गैस ब्लॉक के कारण गतिरोध पैदा हो गया था। अब जब राज्य में फिर से भाजपा सरकार की वापसी हुई तो टाइगर रिजर्व बनना साफ हो गया।

छत्तीसगढ़ सरकार की मंत्रि परिषद की बैठक में गुरुघासीदास-तमोर पिंघला टाइगर रिजर्व सोसाइटी बनाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है और इसे टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित किया गया है। इस टाइगर रिजर्व के गठन से बाघों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है, क्योंकि यह क्षेत्र उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा। आंकड़ों के आधार पर बाघों की संख्या में सुधार के लिए यह कदम जरूरी था। नए टाइगर रिजर्व बाघों के प्राकृतिक आवासों की रक्षा और उनकी सुरक्षा को बढ़ावा देना।

टाइगर रिजर्व के गठन से इको-पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय क्षेत्र में रोजगार के लिए नए अवसर पैदा होंगे। गाइड, ट्रैवल वाहन संचालन और रिसॉर्ट्स के संचालन के साथ-साथ अन्य पर्यटन संबंधी सेवाओं से स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ होगा। राष्ट्रीय परियोजना टाइगर प्राधिकरण से अतिरिक्त बजट प्राप्त होगा, जो क्षेत्र के विकास और निर्माण सुधार के लिए उपयोगी होगा।

2829.387 वर्ग किमी का स्मारक टाइगर रिजर्व में फैला हुआ है

गुरुघासीदास – तमोर पिघला टाइगर रिजर्व 2829.387 वर्ग किमी सूची में फैले देश का तीसरा बड़ा टाइगर रिजर्व होगा। आंध्रप्रदेश का नागार्जुनसागर श्रीसैलम टाइगर रिजर्व 3296.31 वर्गवर्ग के साथ देश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है। वहीं असम के मानस टाइगर रिजर्व को 2837.1 वर्ग किमी फिल्म के साथ देश दूसरा बड़ा टाइगर रिजर्व माना जाता है।

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