छत्तीसगढ़: चुनाव से पहले उठा लें हमारे नेता को तो हम क्यों करें मतदान, जेसेब ने उठाया सवाल, चुनावी बहिष्कार का कर सकते हैं ऐलान

मानपुर. जदयू नेता सुरजू टेकाम की अपराधियों के खिलाफ बाद में क्षेत्रीय पासपोर्ट के बीच आगामी चुनाव को लेकर सामने आ रहे हैं। कल्वर गांव में आतिथ्य ने चेतावनी देते हुए कहा कि चुनाव से पहले यदि सूरजू की रिहाई नहीं हुई तो जंगल सहित मानपुर क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में चुनावी मैदान में उतरेंगे और मतदान में भाग नहीं लेंगे। इसे लेकर जल्द ही बैठक कर क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीण सार्वजनिक तौर पर घोषणा कर सकते हैं।

बता दें कि झील क्षेत्र चुनाव के ठीक पहले सुरजू टेकाम को विभिन्न आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया था। इस बार फिर से लोकसभा चुनाव के पहले ठीक है सुरजू की बदमाशी हुई, लेकिन इस बार पुलिस ने दावा किया है कि सुरजू टेकम के घर से रेड सेक्स के दौरान बदमाशों और सिद्दीकी की बरामदगी हुई है। इस याचिका पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

विश्लेषकों के अनुसार, पूर्व में कथित तौर पर कहा गया था कि छोटू केसन व अटलांटा भाषण में आरोप लगाया गया था कि 5 बार जेल डिपो के बाद असंतोष बरी होने वाले सूरजू टेकम ने हर अपराधी में कानून का समान कर स्वस्फर्ड अपराधी दी थी, लेकिन इस बार जदयू नेताओं के घर कथित तौर पर बारूद और अन्य सामानों पर स्वयं सेवक पुलिस ने गलत तरीके से अपने सहयोगियों से कहा कि वे निजी सामान बेचने वाली कंपनी हैं। यही नहीं, सिद्धार्थ के अनुसार सुरजु टेकम को फैब्रिक तक के आंकड़े नहीं दिए गए। एक क्वार्ट अंडर गारमेंट में उन्हें व नमूने से उद्यम करते हुए पुलिस द्वारा उठाया गया। इससे जुड़े मानपुर के तटीय क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीण समूह हैं और आदिवासी ग्रामीण अब चुनावी बहिष्कार के लिए हैं। समीक्षाओं के अनुसार, अभी वे सार्वजनिक रूप से प्रचारित नहीं कर रहे हैं। जिसका सार्वजनिक उद्घोषणा वे बैठक में चर्चा निर्णय के बाद करेंगे।

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