चेन स्नेचिंग और वाहन चोरी गिरोह का खुलासा: चोरी की गाड़ी में फर्जी नंबर पर बुजुर्ग महिलाओं को लूटा गया था शिकार, एमपी-सीजी के 3 गिरफ्तार

रायपुर। राजधानी में चेन स्नेचिंग और वाहन चोरी करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने शहर के अलग-अलग इलाकों में आधी आबादी से अधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले एक अंतर्राज्यीय सहित 3 गांवों को गिरफ्तार किया है। अधिकांश बुजुर्ग महिलाओं को अपना शिकार बनाया गया था। घटना को अंजाम देने वाले को बुनियादी ढांचे के साथ-साथ संरक्षण देने वाले को भी गिरफ्तार किया गया है। मूल घटना को अंतिम रूप देने के लिए पहले खुद की पहचान के लिए अपना चेहरा ढकने के साथ ही वाहनों में पक्का नंबर प्लेट सिलेंडर थे। चारो के कब्जे से 5 नग सोने की चेन, 2 नग सोने की अंगूठी वजन लगभग 10 तोला 7 ग्राम जब्त किया गया है। घटना में चोरी की पल्सर बाइक, एक्टिवा और एंकर को भी जब्त कर लिया गया है। जब्त मशरूका की कीमत लगभग 10 लगभग 16 हजार 900 रूपये है।

जानकारी के अनुसार, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना सिविल लाइन पुलिस की एक विशेष टीम का गठन लगातार हो रही चेन स्नेचिंग और वाहन चोरी की कहानियों पर हुआ। टीम ने कहानियों के संबंध में प्रार्थियों से विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात चार की पतासाजी शुरू की। वहीं घटना स्थल और उसके आसा-पासा लागे अलास्का के साक्ष्यों की शुरुआत हुई और अज्ञात चार के संबंध में तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही मुखबीर भी लगाए गए। इसी दौरान अज्ञात आरोपियों की गैंग में शामिल टीम को घटना में शामिल किया गया, जो पूर्व में भी चेन स्नेचिंग के प्रकरणों में निरुद्ध रह चुका है, उसके संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिली। जिस पर टीम सर्वेश ने पतिसाजी को गिरफ्तार कर लिया। चेन स्नेचिंग की कहानियों के संबंध में पूछताछ करने पर उन्होंने अपने दोस्त कैलाश यादव और कृष्ण कुमार मेश्राम के साथ मिलकर चेन स्नेचिंग की कहानियों को शामिल किया, जिसमें उन्होंने अपने दोस्त कैलाश यादव और कृष्ण कुमार मेश्राम के साथ मिलकर गाड़ियों की कहानियों की कहानी को अंजाम देना बताया। जिसके बाद पुलिस की टीम की ओर से घटना में शामिल रंगारंग राम और कृष्ण कुमार मेश्राम को गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ में पूछताछ में बताया गया कि ट्रिब्यूट गोबरानावापारा में रहते थे और अवशेष चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देते थे। योजना के अनुसार घटनाओं को अंजाम देने के लिए सबसे पहले त्रिपुरा के अलग-अलग स्थानों से 3 दोपहिया वाहन चोरी के सामान थे। इसके बाद सर्वेश जीसस और कैलाश यादव चोरी की दोपहिया गैलरी में फर्जी नंबर प्लेट लगाए गए, गोबरानवापारा से शहर के रायपुर आए थे और खुद की पहचान के लिए अपने चेहरे को कपड़े से ढँक कर चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देने के लिए गोबरानवापारा से रायपुर आए थे। चेन को कृष्ण कुमार मेश्राम मुथुट गोल्ड लोन फेयनेंस में गिरवी रिकार्ड नकद प्राप्त हुआ था। मुथुट गोल्ड लोन फ़ाइनेंस से बिना सोने के सोने की चेन को गिरवी रखने के संबंध में पूछताछ जारी है।

मूल सर्वेश पूर्व में भी रायपुर के पंडरी, देवेन्द्र नगर, टिकरापारा थाना और भोपाल के हबीबगंज और गोविंदपुरा थाने से लूट और डकैती के लगभग 6 प्रकरणों में जेल जा चुका है। पूर्व में गोबरानवापारा थाना से गोपालनवापारा में चोरी, निजीकरण और प्रतिबंधात्मक धारा के अधीन जेल निरुद्ध रह चुका है और पूर्व में गोपालनवापारा थाना से गोपालनवापारा का वर्गीकरण किया गया है। जिसमें शामिल है गोबरानावापारा थाने में बलवा, चोरी, गोदाम, गोदाम, पुस्तकालय कार्य में बाधा पहुंचाना, आर्म्स एक्ट, उद्यापन और अन्य सहित लगभग 01 गांजा अपराध पंजीबद्ध है, जिसमें वह जेल जा चुका है।

गिरफ्तार आरोपी का नाम- सर्वेश किशोर उम्र 29 वर्ष निवासी ग्राम दुगमा डुबांग पोस्ट मुदरिया थाना मुगंज जिला रींवा (म.प्र.)। कैलाश यादव उम्र 21 वर्ष निवासी बस स्टैंड रेलवे क्रॉसिंग यादवपारा थाना गोबरानवापारा रायपुर। कृष्ण कुमार मेश्राम वार्ड क्रमांक 21 शीतलापारा थाना गोबरानवापारा रायपुर।