चिरमिरी-नागपुर हाल्ट रेल लाइन निर्माण के लिए सहयोगी दल मिले मुख्यमंत्री साय से, भूमि अधिग्रहण के साथ राज्यांश जारी करने की मांग…

डायना, कोरिया। मनेहद्रगढ़ के विधायक श्याम बिहारी विधानमंडल के विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र जारी किया गया। इसमें चिरमिरी-नागपुर हॉल्ट रेलवे लाइन निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण राज्यांश की राशि 120 करोड़ 50 लाख रुपये जारी करने की राशि मांगी गई है।

विधानमंडल के तीसरे सत्र में प्रथम दिवस की शपथ के बाद दूसरे दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने चिरमिरी-मनेंद्रगढ़ सहित ग्रामीण क्षेत्र खड़गवां के करोड़ों लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग चिरमिरी-नागपुर हॉल्ट रेल लाइन निर्माण को लेकर मांग पत्र जारी किया।

ज्ञात हो कि 2018 में रेलवे बोर्ड एवं नारा भाजपा सरकार के बीच 50-50 प्रतिशत व्यय राशि से 241 करोड़ की लागत से सिद्धांतयू पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसके तहत चिरमिरी-नागपुर हॉल्ट रेल लाइन के निर्माण में आ रही दिक्कतों की जानकारी के नेता श्याम बिहारी पहलवान ने मुख्यमंत्री को बताया।

कैसल ने बताया कि इस एक्सचेंज रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया राज्य सरकार ने आज तक नहीं की है, साथ ही राज्यांश की राशि 120 करोड़ 50 लाख रुपये का बजट भी नहीं दिया गया है, इस महत्वपूर्ण परियोजना को पूरा करने में काफी देरी हो रही है भुगतान किया गया है. इस परियोजना के लिए मुख्यमंत्री के विधायकों ने कहा है कि भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू करने और आगामी बजट में राज्यांश की राशि जारी करने का आग्रह किया गया है।

नवनिर्वाचित विधायक ने मुख्यमंत्री को बताया कि चिरमिरी, मनेंद्रगढ़, खड़गवां के लाखों लोगों को इस परियोजना से पूरा होने के लिए अंबिकापुर से सभी यात्रियों को रेलगाड़ी, एक्सप्रेस ट्रेन का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही नागपुर पैसेंजर हॉल्ट स्टेशन को भी पूर्ण स्टेशन का दर्जा प्राप्त होगा, और पर्यटन पर्यटन सुविधाओं का विस्तार हो सकेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने अपने पति-पत्नी दयानंद को इस महत्वपूर्ण रेल लाइन पर चर्चा करने के लिए कहा, अब तक की प्रगति रिपोर्ट की सारी जानकारी उपलब्ध है।

प्रमुख श्याम प्रमुख सुपरस्टार बटलर ने कहा है कि चुनाव में मैंने अपने घोषित पत्र में कहा था कि रेल लाइन का भूमिपूजन किया गया था, और उसका निर्माण भी हम ही पूरा करेंगे। इसी क्रम में सबसे पहला मांग पत्र मैंने आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को दिया। मुख्यमंत्री साय ने काफी नामांकित के साथ पूरे प्रोजेक्ट को समझाया और इसमें उनकी रुचि भी दिखाई देती है, और मुझे पूरी उम्मीद है कि भू-अर्जन की प्रक्रिया शुरू होगी और आगामी बजट में राज्यांश की राशि भी जारी होगी।