चक्रवात मिचौंग ने अधिकांश किसानों की परेशानी, धान के मुआवजे में पानी की बर्बादी को बताया

पत्थलगांव. समुद्री तूफान मिचौंग के कारण छत्तीसगढ़ में सोमवार से बादल छाए हुए हैं। साथ ही प्रदेश में मंगलवार से रुक-रुक कर ‌हो रही बारिश से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं, बारिश से समुद्र को भारी नुकसान हुआ है। जशपुर जिले के पत्थलगांव क्षेत्र में तीन दिन से पश्चिमी विक्षोभ मिचौंग के किसानों के टमाटर और धान की फसल पर बुरा असर पड़ा है। और पढ़ें- कांग्रेस की बैठक में अजय चंद्राकर के तंज, बोले- हार की समीक्षा के लिए जा रहे हैं दिल्ली

चार दिन से खराब मौसम के बाद यहां के किसानों का धान बंद हो गया। किसान ज्यादातर खेतों से धान की कटी हुई फसल भी नहीं निकाल पा रहे थे, इससे पहले लगातार बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। धान के लाइसेंस में पानी भर जाने से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।

आज भी रुक-रुक कर हो रही तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पहाड़ी क्षेत्र में 15 डिग्री तक तापमान गिरने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। इससे बचने वाले लोग हॉट आउटफिट का सहारा ले रहे हैं।

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