‘इस जीत ने भाजपाइयों के साथ काम किया’: कांग्रेस नेता जनरल ध्रुव का जनता से वादा, कहा- आपके हिस्से में जो है वही और चाहिए तो छीनकर ला लाएगा…

प्राथमिक पात्र, गरियाबंद। मान्यता प्राप्त बनने के बाद सामान्य ध्रुव का देवभोग क्षेत्र में प्रथम नगर आगमन हुआ। नगर प्रवेश के पहले ताज का हुजूम स्वागत के लिए रिबन बनाया गया। सामुदायिक रैली में शामिल होने के लिए सभी का नामांकन करें। हकीकत में जानने वाले ने कहा कि, मेरी इस जीत ने न केवल बिंद्रानवागढ़ को अपना किला समझने वाले भाजपाइयों के हमाम को संविधान दिया था, बल्कि इस क्षेत्र के लिए पीसीसी से लेकर यूजीसी तक में अपना नया स्थान बनाया अगर सफल हुआ तो वह देवभोग की जनता के बाद में.

जेन ने कहा कि, 15वें दौर के बाद घोषित परिणाम कर लिए गए थे, लेकिन इस क्षेत्र के लोगों ने उस विश्वास के दम पर विश्वास किया था, जिस पर मैं अंतिम दौर में अपनी जीत के प्रति पूर्ण आश्वसत था। इस जीत के लिए जेन ने अपने कमांडर नीरज ठाकुर को शामिल किया, जिसमें पार्टी प्रदेश, जिला और ब्लॉक स्तर के सभी का लाजवाब उत्साह, मेहनत लगन के दुर्भाग्यशाली जीत दर्ज हुई। रैली में नीरज ठाकुर, गौरव मिश्रा, स्मृति ठाकुर, अमित मिरी, ब्लॉक अध्यक्ष बंपडुल, माउंट अरुण सोनवानी, गोविंद रेंजे समेत बड़ी संख्या में जिला व ब्लॉक के कांग्रेसी नेता शामिल रहे।

विकास कार्य में कमी नहीं हो रही है

जनरल ने अपनी सरकार जाने का अनोखा लाभ उठाया, लेकिन बिंद्रानवागढ़ के विकास में कोई कमी नहीं होने का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता के हिस्से में जो होगा वही और चाहिए तो छीन कर लाऊंगा। पिछले 10 संतों से इस क्षेत्र की सेवा के लिए जैसा दान भाव था, वो जज्बा आज भी सहयोगी रहेंगे। हमेशा की तरह जनता हर संघर्ष में मेरे साथ रह रही है, मुझे भरोसा है, समस्या नहीं आएगी।

बिन्द्रानवागढ़ मेरी कर्म स्थली

चुनाव के दरमियान जन को बाहरी और बलौदा बाजार का परिचय देने वाले को भी सभा से जवाब दिया गया। जेन ने कहा कि, मेरी जन्मस्थली दूसरी है, लेकिन 20 साल पहले मैंने इस क्षेत्र में अपनी व्यावसायिक स्थली सोची थी। 2013 में मेरी हार के बावजूद क्षेत्र की सेवा लगातार जारी रही। जेन ने कहा, सप्ताह के 6 दिन मैं अपने इसी कर्मभूमि में। निरंतर करवाकर मेरे लिए संघर्ष करने वालों के विश्वास में खरा उतरना और बाहरी बोलकर बारगलाने वालों को भी जवाब देना है।

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें अंग्रेजी में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें