आरपीएफ ताजा खबर:छत्तीसगढ़ में चलती ट्रेन से उतारी गई कोयला… आरपीएफ की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई 2000 केजी कोयला जब्त

प्रतीक चौहान. रायपुर/अंबिकापुर. मेटल ट्रेन से कोल आउटपुटकर ने उसे प्लास्टिक के मामले में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। बिलासपुर जोन के दस्तावेज से मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर के कमांडेंट दिनेश सिंह तोमर के नेतृत्व में अंबिकापुर के विजेट पोस्ट ने यह कार्रवाई की है। जिसमें 2000 किलो कोयला जब्त किया गया है, इस मामले में कोयला ट्रेन से बाहर निकलने वाले को चार के साथ स्टॉक वाले उपभोक्ता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार पर्यवेक्षक एस मिंज बल टीम के साथ भटगांव करंजी के मध्य किमी/नंबर 10/बीसी के पास समय 03:05 अपराह्न से गुप्त निगरानी के दौरान टी/नंबर एन/बीआरएस से चार व्यक्तिगत कोयला चोरी करते रंगे हाथ पकड़े गए सज़ा नाम (1) शिव मंगल (2) जगदीश (3) लक्ष्मण राजवाड़े (4) भरत राजवाड़े बताए जा रहे हैं। इनके व्यवसाय से 25 बोरी कोयला और 2 बाइक जब्त कर उनके निशानदेही पर ईट बोतल विक्रेता पिरोहित राजवाड़े के यहां से सामान निकाल लिया गया। जहां 15 बोरी रेलवे का कोयला जलकर खाक हो गया। कारवाई के बाद सभी को 3(ए)आरपी(अप)एक्ट के तहत गिरफ़्तार कर पोस्ट कर उनके विरुद्ध अपराध क्रमांक 10/24 दिनांक 13/05/24 धारा 3(ए)आरपी(अप)एक्ट का मामला पंजीबद्ध किया गया। जब्त कोयला का कुल वजन 2000 KG बताया जा रहा है।

इस पर पहले भी कार्रवाई हो चुकी है

चंद दिनों पहले ही कुसिया नाला बतरा के पास से चलती ट्रेन से कोयला गोदाम वाले गोदाम के खिलाफ कारवाई हो चुकी है। उक्त कार्रवाई में तीन लड़के जूट की बोरी में कोयला भर रहे थे। तृषा की पूछताछ में तारा ने अपना नाम बताया- अजय सिंह, हेमराज राजवाड़े, दिनेश सिंह निवासी- ग्राम बतरा। पूछताछ में गाड़ी वालों ने बताया कि रात को 1:30 बजे भटगांव साइडिंग से कोयला गाड़ी गाडर पुल बतरा से धीरे-धीरे जा रही थी, तब हम टायर पर चढ़ गए और नीचे कोयला गिराने के बाद 6 जूट की बोरी कोयले को धरती पारा बतरा में स्थित भट्टे के मालिक शनिदेव राजवाड़े ने ₹200 बोरी के हिसाब से बेच दिया।

रीस्टार्ट बाइक लेकर बैचलर को लेने के लिए आए और तीन जूट की बोरी में भर रहे थे,की पकड़ा गया। उप-निरीक्षक केवट केवट द्वारा तीन बोरी कोयला वजन 150 ट्रैक्टर एवं बाइक को रवाना किया गया। तृतीय पक्षों की निशानदेही पर शनिदेव राजवाड़े के समूह भट्टे पर गए और भट्टे पर विशिष्ट व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम शनिदेव राजवाड़े को बताया और शनिदेव राजवाड़े के अंतिम संस्कार के तीन चरणों को स्वीकार करने के लिए कहा गया कि आज सुबह 6 बजे बोरी कोल 1200 रुपए में खरीदा था और कोयला लेकर आना खरीद लूंगा बोला था। तब मशीन पर 6 बोरी कोयला वजन लगभग 300 ट्रैक्टर जब्त कर लिया गया। तीन एवं एक रिसीवर को रेल अधिनियम की धारा 3(ए) आरपी(यूपी) अधिनियम में गिरफ्तार किया गया था।