असलियत पर कहावत विजय शर्मा से खास-बातचीत, कहा- 5 राज्यों का अध्ययन किया गया, स्थानीय सितारों की भूमिका अहम

डॉ. वैभव बेमेतरा, रायपुर। छत्तीसगढ़ में तेरहवीं नीति को सरकार और भी बेहतर बनाना चाहती है। इसके लिए आर्काइव्ड विजय शर्मा ने स्ट्रेट लाइन से ही सुवाज़ मांगा है। एंटरप्राइज़ शर्मा की ओर से ईमेल और फॉर्म भी जारी किया गया। इसी मुद्दे पर एक बैठक जगदलपुर में रविवार को रात 12:00 बजे अधिकारियों और स्थानीय मेहमानों के साथ हुई।

इसी मुद्दे को लेकर लल्लूराम डॉट कॉम ने मठाधीश शर्मा से बातचीत की। उन्होंने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ में तेरहवीं नीति बनी हुई है। लेकिन हम इस नीति को और भी बेहतर बनाना चाहते हैं। इसके लिए गृह विभाग ने 5 राज्यों के उद्यमों का अध्ययन भी किया है। अध्ययन के बाद पता चला कि छत्तीसगढ़ की जो नीति है वह अन्य राज्यों से अच्छी है। फिर भी इस नीति को और भी क्रिएटर बनाना हमारा मकसद है। इसी उद्देश्य के साथ गृह विभाग की ओर से स्ट्रेट लाइन से अनुशंसा मांगी गई है। इसके लिए ईमेल और फॉर्म भी जारी किया गया।

राक्षस ने यह भी बताया कि यह नीति बेहतर और सफल बनाने में बड़ी और अहम भूमिका है। उन अभ्यारण्यों की जो जमीनी स्तर पर, आधारशिला और नक्षत्र के बीच के जंगल में अवक्षेपित होते हैं। ऐसे में मैंने बैठककर विस्तार से चर्चा की। क्योंकि शिष्य अपनी बात साझीदारों के माध्यम से मांगते हैं। मित्र को भी वेबसाइट ईमेल और फॉर्म दिया गया है। सही मायने में मुस्लिम धर्म की समस्या को ख़त्म करने में समाज के सभी तबकों की भूमिका अहम है। और अधिक पढ़ें मुझसे इस विषय को लेकर आग्रह किया गया है। आशा है कि समय के साथ बेहतर परिणाम मिलेंगे।

मानव अधिकार अधिकारों के खिलाफ बातचीत और सलाह पर कहा गया है कि अगर दो लोगों के साथ ही बातचीत हो, तो जरूर होगी। लेकिन जो लोग ऑर्केस्ट्रा की हिंसा पर चुप्पी साध रहे हैं और निष्पक्ष संबंध की हत्या या निष्कर्ष की समाप्ति पर कुछ नहीं बोलेंगे तो बातचीत कैसे होगी? मैं उन सभी लोगों से बातचीत करने के लिए तैयार हूं जो दोनों एक तरफ से बातचीत करने के लिए तैयार हैं। सिर्फ एक अलौकिक बात नहीं होगी.

साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ के स्ट्रेंथ को आंध्रप्रदेश के वन्यजीव सरेंडर करने के सवाल पर कहा। ये सच है कि कुछ धरोहर दूसरे राज्यों में पर्यटक सरेंडर करते हैं। क्योंकि आंध्र और तेलंगाना में उनका कैडर काम करता है। इसका एक कारण यह भी हो सकता है, इसके साथ कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं। लेकिन कुछ महीनों में प्रमुखों ने बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ में आत्मदाह किया है। कहो सरकार और मोदी सरकार में एक स्पष्ट नीति मित्रवाद पर काम कर रही है। इसका लाभ सभी मोर्चों पर मिल रहा है। बातचीत का ओपन ऑफर दिया गया है. साथ ही आवश्यक के अनुसार जवाबी कार्रवाई भी की जा रही है। सरकार की नीति में पूर्ण शांति और विकास की बात है।

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