अमृत ​​मिशन के कार्य पर नगर निगम की समीक्षा बैठक: निगम आयुक्त, महापौर नेता प्रतिनिधि, और घोटाले हुए शामिल, समस्या दूर करने वाले अधिकारियों को दिया गया 10 दिन का अल्टीमेटम

रायपुर। रायपुर नगर पालिक निगम मुख्यालय भवन के ऑडिटोरियम में नगर निगम की महत्वपूर्ण बैठक हुई। 70 वार्डों में जनसंपर्क सप्लाई, सामाज और बोर के संबंध में आवश्यक बैठक हुई। नगर निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा, मेयर परिषद में शामिल हुए नगर निगम कमिश्नर अविनाश मिश्रा, मेयर प्रतिपक्ष हुए मीनल अपार्टमेन्ट, रायपुर जिले के 10 जोन के जल संबंधित अधिकारी शामिल।

लगभग 2 घंटे चली इस बैठक में पानी के संकट को लेकर तालाबों में एक अजीब सी झलक देखने को मिली। भीषण गर्मी के दौर में और भूजल स्तर के बीच जनसंख्या अनुपात को पानी उपलब्ध कराने में मुश्किलें आ रही हैं। केंद्र सरकार की मिशन अमृत योजना का उद्देश्य लोगों को घर-घर तक साफ-सुथरा जल दिखाना था।

बैठक में उपस्थित कुशाभाऊ वार्ड, बोगस सिओनी, सड्डू की ताकतों ने आज जल संकट से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा की लेकिन बातें हवा में उड़ गईं और समाधान के लिए अब नए पानी के निर्माण की बात लंबे समय से चल रही है। दे. पुराने हालात ये हैं कि वार्ड के लगभग 15 हजार लोग जल संकट से प्रभावित हैं। इस आवास योजना के तहत 1500 आवासों का निर्माण हुआ है। 1500 घरों में लगभग 5-6 हजार लोग पानी की व्यवस्था करने के लिए आए हैं। लोगों को बसा दिया गया है लेकिन व्यवस्था की गई वार्डों के दस्तावेज़ के सामने अधिक हो गया है और भीषण गर्मी में पानी के संकट से न केवल नए लोग बल्कि पहले से ही क्षेत्र के निवासियों को भी बताया गया है।

वहीं नेता प्रतिपक्ष मीनल अजेय ने बताया कि दोपहर 1 बजे से बैठक जारी होगी जिसमें 42 वार्डों के प्रतिनिधियों को बुलाया जाएगा। 32 सार्वजानिक सम्मेलन में शामिल हुए. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अमृत मिशन के अधिकारी सिर्फ कागजों में दावा कर रहे हैं कि अमृत मिशन का अपना काम पूरा हो रहा है लेकिन एक भी अधूरा सत्य पक्ष या दृढ़ विश्वास के, अमृत दर्शन के उद्यम से कोई आधार नहीं है। कल भाजपा दल के दिग्गजों ने इस पर चर्चा की थी, अधिकारियों को बुलावा कर चर्चा की जाए, जिससे सहयोगियों की सच्चाई सामने आ जाए। आज की बैठक में जल संकट से निपटने के लिए मेयर और उनकी टीम पूरी तरह से विफल हो गई है। बैठक में अधिकारियों को अंतिम रूप दिया गया कि वार्डों में जल संकट का जल्द से जल्द निदान किया जाए।

समस्या दूर करने वाले अधिकारियों को 10 दिन की अंतिम तिथि दी गई

केंद्र सरकार की योजना के तहत 42 वार्डों में अमृत मिशन का काम हुआ, वार्डों के कर्मचारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जोन 1 से 10 तक अमृत मिशन के कार्यों पर चर्चा हुई, इससे जुड़े संबंधित अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद रहे। रायपुर के मेयर ने कहा कि अमृत मिशन योजना के तहत कई जगहों पर काम चल रहा है और कई जगहों पर काम भी नहीं हुआ है, कुछ ऐसी भी जगहें हैं जहां पर काम तो होता है लेकिन हकीकत में कुछ और ही काम चल रहा है। इस बैठक में अधिकारियों द्वारा 10 दोनों कार्यों को पूरा करने का अंतिम रूप दिया गया है, साथ ही चेतावनी दी गई है कि अमृत मिशन के कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा अन्यथा कार्यों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा और संबंधित अधिकारियों पर भी विचार किया जाएगा। स्कैन की जाएगी, बैठक में आम जनता से दूर रहने वाले अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं,

रायपुर नगर निगम के आयुक्त के बारे में क्या है सच्चाई…?

नगर निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा ने बैठक में चर्चा करते हुए कहा कि राजधानी रायपुर में हमेशा से ही जल संकट एक बड़ी समस्या बनी हुई है, नगर निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा का कहना है कि अमृत जल मिशन का काम खत्म होने जा रहा है, लक्ष्य ज्यादा नहीं है, जो भी है उन्हें ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है।

कमिश्नर के दावे और बातें हैं लेकिन असल में जनता जल संकट से जूझ रही है। एक ओर दावा किया गया है कि राजधानी रायपुर में ड्रम की दौड़ का शो आज भी जारी किया गया है।

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