अन्न भंडार से धोखाधड़ी : समिति और कंप्यूटर ऑपरेटरों ने फर्जी तरीके से बेच दिए किसानों का धान, 32 लाख रुपए लेकर गए बेरोजगार

रमेश सिन्हा,पिथौरा। महासमुंद जिले के पिथौरा ब्लॉक के जादामुदा धान केंद्र में लगातार एक के बाद एक नकली वाहनों का खुलासा हो रहा है। अब यहां अन्नदाता से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की गई है। इस धान संग्रहण केंद्र के प्रबंधक और दो कंप्यूटर ऑपरेटरों ने 19 किसानों के धान को धोखे से रख कर शेयरों के खाते में डाल कर 33 लाख रुपए निकाल लिए और चोरी कर ली। मामला बसना थाना क्षेत्र का है। और पढ़ें – SECR आरपीएफ के 4 एसआई इंस्पेक्टर इंस्पेक्टर

मामला यह है कि जदामुडा उपार्जन केंद्र के प्रभारी अनिमेष भोई, कंप्यूटर के प्रमुख संगीतकार प्रधान, मनोज प्रधान ने 19 किसानों का धान अन्य किसानों के खाते से बेचकर ली राशि को निकाल दिया। मामला सामने आने के बाद केंद्र प्रभारी समेत तीन लोग शामिल हो गए। वहीं, किसानों की शिकायत पर बसना स्टेट में धान केंद्र के प्रभारी और दो कंप्यूटर वैज्ञानिकों के खिलाफ धारा 420, 409, 34 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस पर आरोप लगाया गया है।

किसानों के खाते से धान बेचकर 32 लाख 90 हजार रुपए निकाले गए। मामले का खुलासा तब हुआ जब किसानों ने अपने बकाया धान के पैस पर धान संग्रहण केंद्र में जाकर भूकम्प नहीं किया। अधिकारी की ओर से की गई जांच पड़ताल में पता चला कि इन 19 किसानों के धान में दूसरे के खाते में चढ़ाकर धान बेच दिया गया है और रस्स ली है।

इस मामले में बसना थाना प्रभारी आशिष वासनिक ने कहा कि किसानों की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामला दर्ज होने के बाद से ही तीसरी तिमाही है,आर्टियोसाक्षा की जारी हो रही है। धान घोटाले में फर्जीवाड़े के मामले में केंद्र प्रभारी के खिलाफ बसना थाने में अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

बता दें कि, पहले इसी तरह केंद्र में फर्जी रकबा धान की रकम कर करीब 2 करोड़ का फर्जीवाड़ा किया गया था। बसना थाने में 2 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े के आरोप के बाद जदामुदा सहकारी समिति के समिति प्रबंधक राम प्रसाद के खिलाफ बसना थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी और एक किसान राम प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.