Category: Chhattisgarh

  • उद्यमों से नौकरी के नाम पर अचल संपत्ति, रायपुर का आवासीय पंजीकरण

    संजीव शर्मा, कोंडागांव। नौकरीपेशा के नाम पर बेरोजगारी का मामला सामने आया है। ठग ने बेरोजगार युवाओं से 5 लाख से ज्यादा की कमाई की है। ठग रायपुर का रहने वाला है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

    कोंडागांव में सात स्कूलों में छात्रों से लोक यांत्रिकी विभाग में नौकरी के नाम पर ने पांच लाख 14 हजार ठगे। पुलिस ने बुनियादी ढांचे वाले बाग निवासी रामपुर को गिरफ्तार कर लिया है।

    किसानों को माफिद बैग की जानकारी वो लोक यांत्रिकी विभाग में बड़ा बाबू है। उसका जन पहचान मंत्रालय में है। उसने लोक यांत्रिकी विभाग में गुप्त रूप से नौकरी की बात कह कर दलितों को शिकार बनाया। मामले में पुलिस का कहना है कि अभी विवेचना जारी है और लोग भी आतंकवादियों का शिकार हो सकते हैं।

  • अस्पताल का हाल बेहाल: चेताया ने मोबाइल की लाइट में रखा रेजिस्टेंस का ऑपरेशन, बंद पड़े रहे 7 बिल्डर

    एयरपोर्ट गहवाई, बिलासपुर। बिलासपुर जिला अस्पताल इन दिनों प्लास्टिक में है, वह भी अपनी लचर व्यवस्था के कारण। इस बीच फिर से एक बड़ी इंडस्ट्री सामने है। जहां मोबाइल के इलेक्ट्रॉनिक्स की रोशनी में याचिकाकर्ता ने यात्री का ऑपरेशन कर दिया। इस कलाकृति की रोशनी में दिखाए गए ऑपरेशन की तस्वीरें भी सामने आई हैं।

    मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना सोमवार की है जब बिलासपुर जिले के हॉस्पिटल में रेजिस्टेंस ऑपरेशन के दौरान अचानक बिजली चली गई। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि सहयोगियों को मोबाइल की मदद से मरीज का ऑपरेशन करना पड़ा, जिससे मरीज की जान पर बन आई। सिद्धांत ने मोबाइल के चैलेंज की रोशनी के नाम से ही ऑपरेशन किया। अस्पताल में बिजली इलेक्ट्रोइलेक्ट्रिक ऑप्टिकल फाइबर के बाद स्थिरीकरण सहित अन्य ऑपरेशनों को भी टाला गया।

    बताया जा रहा है कि अस्पताल में 7 बिल्डरों के मौजूद होने के बावजूद ऑपरेशन थिएटर में पावरफुल जनरल लीडरशिप के लिए कोई काम नहीं हुआ, क्योंकि सभी बिल्डर बंद पड़े थे। बिल्डर्स बंद रहने का कारण डीजल की कमी बताई जा रही है। इस घटना ने अस्पताल प्रशासन की बड़ी समस्याओं को उजागर किया है।

    इस मामले में जब लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने सिविल सर्जन से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने रिसीव को कॉल नहीं किया।

    बता दें कि कुछ दिन पहले ही जिला अस्पताल में एक बेजुबान युवक के इलाज में तलाक हो गया था। इस मामले में मीडिया में खबर आई कि उच्च न्यायालय ने स्वतःस्मृति स्मारक ले लिया है और दस्तावेज़ के रूप में सुनवाई शुरू कर दी है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है। केस की अगली सुनवाई 4 अक्टूबर को पोस्ट की गई है।

  • गांधी जयंती विशेष: छात्रों ने दिखाई गांधीगिरी, कॉलेज की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान, रघुपति राघव राजा राम से विद्रोह

    प्राथमिक पात्र, गरियाबंद। अमलीपदर हायर इश्यू के छात्रों ने कॉलेज की मांग को लेकर ‘गांधी गिरी’ शुरू कर दी है। छात्रों का एक समूह ‘रघुपति राघव राजा राम’ भजन समर्थित हो रहा है। अब तक 700 लोगों से हस्ताक्षर करवा कर समर्थन प्राप्त कर लिया गया है, और उनका लक्ष्य 1,000 हस्ताक्षर इंजीनियरों का है। एक हजार हस्ताक्षर पूरे होते ही छात्र कलेक्टोरेट विक्रेता अपनी मांग को लेकर मांग पत्र दे गए।

    छात्रों ने बताया कि वे तब तक अभियान जारी रखते हैं जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती। नेतृत्व कर रहे छात्र अतुल ताम्रकार, शाहिल मिर्जा, और विशाल मिश्रा ने कहा कि स्थानीय क्षेत्र में प्रति वर्ष 300 से अधिक छात्रों के लिए कॉलेज की पढ़ाई का अभियान खत्म हो गया है, लेकिन छात्रों की अनुपस्थिति के कारण उन्हें आगे की पढ़ाई में भारी का सामना करना पड़ा यहाँ.

    बहुत दिनों से हो रही है कॉलेज की मांग

    अमलीपदर में कॉलेजों की मांग को लेकर स्थानीय समुदाय भी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। क्षेत्र के जीव-जन्तु के कारण, वर्षा के दौरान 50 गाँवों में अक्सर टापू में प्रजातियाँ हो जाती हैं। भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने पद में केवल स्वतंत्रताएं दी हैं, लेकिन कॉलेज की स्थापना अन्यत्र की गई है। जब पारंपरिक अनुष्ठान की आवाज सुनी गई तो छात्रों ने अब मोर्चा खोल दिया है। 16 अगस्त को छात्रों ने एक विशाल रैली में नामांकित अतिथि योगेश सिंह ठाकुर को मंजूरी दी थी। सुनो न हो पर हेगांधी गिरी की राहाई।

    पूर्व छात्रों का दर्द

    अमलीपदर निवासी त्रिभुवन ताम्रकार, मुकेश मुकेश और बहरापारा निवासी रुकमन यादव ने 2021 के बाद 12वीं पास की, लेकिन दूरी के कारण वे आगे की पढ़ाई नहीं कर सके। 10 साल पहले 12वीं पास करने वाले अविनाश भोसले ने बताया कि उनकी इच्छा उच्च शिक्षा की थी, लेकिन कॉलेज की दूरी के कारण उन्हें प्राइवेट पढ़ाई करनी पड़ी। पूर्व छात्र और कांग्रेस नेता अनुराग वाघे ने छात्रों की गांधी गिरी का समर्थन करते हुए कहा कि कॉलेज की मांग को लेकर पूर्व में दिए गए प्रयास का कोई परिणाम नहीं निकला।

    हितौष सिंह राजपूत ने बताया कि उच्च कार्यालय को आदेश भेज दिया गया है। मांग के संबंध में जैसे ही कोई बैसाखी होगी, प्रमाण पत्र धारक को सूचित किया जाएगा।

  • गांधी जयंती विशेष: 60 साल के बुजुर्गों की शिक्षा के प्रतीक, बैल में हर रोज बच्चों के लिए मुफ्त क्लास हैं

    प्राथमिक पात्र, गरियाबंद। देवभोग तहसील के सरगीबहली गांव में 60 साल के बुजुर्ग दिवाधार चुरपाल गांव में 10 साल के बच्चों के लिए कोनोक्विटी युक्त शिक्षा देने का अभियान चलाया गया है। इस वर्ष प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले 25 छात्र, कक्षा 6वीं के अलावा तीन छात्र पढ़ रहे हैं। बच्चे के प्यार से ‘अजा’ कहते हैं. ‘आजा’ की क्लास दिन में दो बार सुबह 7 से 9 बजे और शाम को 5 से 6 बजे लगती है। आजा का क्लास नियमित है.

    सप्ताह भर पहले सायकल से उतरने के कारण बुजुर्ग दिवाधार का बाया पैर फैक्ट्री में लगा हुआ है। बावजूद इसके उनकी मोटरसाइकिल एक दिन के लिए भी नहीं रुकी। बारिश के दिनों में कभी-कभार ही तूफ़ानी तूफ़ान ज़रूर आता है, लेकिन चूड़पाल का दान अड़िग रहता है।

    त्याग और सेवा

    1965 में हीरे की पढ़ाई पूरी करने वाले दिवाधर गांधी जी को अपना आदर्श मानते थे। 1973 में नुआगुड़ा प्राथमिक शाला में दूसरे शिक्षक के रूप में पोस्टिंग हुई, लेकिन वे शिक्षक की नौकरी समाज सेवा में छोड़ दी गई। गांव से थे इसलिए राजनीतिक लीम प्रकाश में अधिकांशतः सामने नहीं दिखता। लेकिन प्रभावित प्रभावशाली लोग पंचायत निकाय के चुनाव में ले आए। 1979 में उसरीपानी के सरपंच चुने गए, तो गांव में सड़क और बिजली ले आए। 1982 में जिले का चुनाव लड़ा गया 1988 तक वे देवभोग जिले के उपाध्यक्ष रहे। श्यामा विद्या जैसे नामांकित से संपर्क बढ़ाया तो उपाध्यक्ष बने नदी पार के कई स्कूल में। झकरापारा में बौद्ध स्थापना में भी चुरपाल का बड़ा योगदान रहा। दिवाधर चर्चपाल का स्नातक पद पर रहना। राजनीति जीवन से सन्यास तक पिछले 10 साल से बच्चों को पढ़ रहे हैं।

    दिखाये ये बदलाव

    आज भी गांव के सरकारी अभिलेखों में पढ़ने वाले अधिकांश विद्यार्थियों को अक्षर ज्ञान, पहाड़ा, बारहखंडी आधार जैसे भूत ज्ञान नहीं है। लेकिन सरगीबहली गांव के बच्चे आबाद गांव से बेहतर हैं।

    गांधी जी के विचारों से प्रेरित होकर दिवाधार चुरपाल ने शिक्षा को अपनी मातृभूमि बनाया और आज उनका यह प्रयास न केवल गांव के बच्चों का भविष्य संवार रहा है, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणास्त्रोत भी बन गया है।

  • दुर्ग में बड़ा हादसा: 30 फीट नीचे गिरा ट्रक, चालक की मौत, दो गंभीर

    मनेन्द्र पटेल, दुर्ग। दुर्ग के धमधा नाका बाइपास पर दुर्घटना में एक की मौत हो गई। वहीं दो लोगों की हालत गंभीर है. जानकारी के मुताबिक, केरला पासिंग ट्रक ऑटोमोबाइल से 30 फीट नीचे गिर गया। इस दुर्घटना में ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई। वहीं दो अन्य भी बुरी तरह घायल हो गए हैं. घटना की सूचना पुलिस कार्यालय पर ही दी गई है। यह घटना मोहन नगर थाना क्षेत्र की है।

    पुलिस ने मृत व्यक्ति के शव को बाहर निकाला। बताएं कि ट्रक राजपूत राजनांदगांव की ओर जा रहा था। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। श्रमिक एवं पेडब्यूडी के कर्मचारी आरक्षण कार्य में लगे हैं। तृप्त का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

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  • सामूहिक आत्महत्या का प्रयास, बच्चों के साथ मां ने पीया जहर, बेटे की हुई मौत…

    शशिकांत डिक्सेना, कटघोरा। जिले से हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसमें मां ने अपने दो बच्चों को जहर पी लिया। इलाज के दौरान बेटे की मौत हो गई, वहीं बेटी के साथ मां की हालत गंभीर हो गई। इसे भी पढ़ें: शराब घोटाला: हाईकोर्ट ने खारिज की याचिका और ढिल्लन की जमानत याचिका…

    घटना बांकीमोंगरा थाना अंतर्गत ग्राम बुंदेली गांव की है, जहां निवासरत मधु कश्यप ने अपनी 7 साल की बेटी और 4 साल के बेटे के साथ जहर खाया। घटना की जानकारी से पता चलता है कि महिला और बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनके बेटे की मौत हो गई। वहीं मां कटघोरा स्थित मेडिकल हेल्थ सेंटर में और अपनी 7 साल की बेटी का कोरबा के निजी अस्पताल में इलाज करा रही है।

    बैंकोगरा के प्रभारी तेज यादव ने बताया कि अस्पताल में भर्ती की गई है। परिवार ने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया, इसका कारण स्पष्ट नहीं हो सका। मशीनरी पर पुलिस जांच में निवेश हुआ है।

  • छोटे से शहर में बड़ी उड़ान की तैयारी, देवभोग के आत्मानंद स्कूल में स्टूडियो एनसीसी का प्रशिक्षण

    प्राथमिक पात्र, गरियाबंद। देवभोग के आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल को बड़ी उपलब्धि मिली है। अब यह जिले का पहला स्कूल बन गया है, जहां भारतीय संस्थान एनसीसी (राष्ट्रीय नेशनल कोर) का संचालन होगा। स्कूल को असिस्टेंट जूनियर एनसीसी ऑपरेशन की मंजूरी मिल गई है, जिसके तहत पहले ही सत्र में 10 छात्राओं और 14 छात्रों का चयन किया गया है।

    आज, छात्रों के लिए स्कूल इंस्टीट्यूड एनसीसी कैडेट्स के जूनियर एसोसिएट्स एसएन पॉल, सार्जेंट सुनील कुमार और शशांक थपलियाल ने चयन किया। कार्यशाला में चंद्र बेहरा और एनसीसी प्रभारी गणेश सोनी की उपस्थिति में छात्रों की सूची और साक्षात्कार के माध्यम से छात्रों का चयन किया गया। इस प्रकार देवभोग का आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल जिले का पहला विद्यालय स्थापित किया गया है जहां छात्रों के एनसीसी का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।

    साल भर पहले निरक्षण में आये थे बंगले

    वुमन कमांडर विवेक भंडारी के विशेष रुचि से देवभोग को यह बड़ी उपलब्धि मिली। असल में इस स्कूल में एनसीसी एयर विंक सी भंडारी गणेश सोनी शिक्षक के रूप में प्रवेश है। वेकेंसी की जानकारी के साथ ही इसे प्राप्त करने की प्रक्रिया का पता था। पिछले वर्ष से गणेश सोनी कार्यशाला बेयर चंद्रा के मिल के साथ एनसीसी के विद्यार्थियों के संपर्क थे। 22 सितंबर 2023 को मैकुल प्लेस के मेमोरियल के लिए स्कूल ग्राउंड, ग्राउंड के फ़्लोरिडा, ड्रिल के लिए ड्रिल का आयोजन किया गया था।

    बच्चों को मिलेंगे कई फायदे

    भारतीय पुरातत्व संस्थान के राष्ट्रीय आणविक कोर का हिस्सा रह चुके सेजेस देवभोग के एनसीसी प्रभारी गणेश सोनी ने बताया कि 2 वर्ष जूनियर डिवीजन के प्रशिक्षण के छात्र छात्रों को “ए” पद प्रदान किया जाएगा। ये महत्ता सभी जगह है. स्कूल परिसर में ही इन छात्रों का प्रशिक्षण सप्ताह में एक बार के छात्र के अधिकारी द्वारा लिया जाएगा, इन छात्रों को सप्ताह में एक दिन की परेड, हवाई जहाज़ और हथियार का सैन्य प्रशिक्षण दिया जाएगा। द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को रायपुर में विशेष प्रशिक्षण शिविर के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें उन्हें उड़ान का सुअवसर प्राप्त होगा।

    एनसीसी (राष्ट्रीय एवं नासिक कोर) भारत में एक सैन्य प्रशिक्षण संगठन है, जिसका उद्देश्य युवाओं को सैन्य निर्देश देना, राष्ट्रीय एकता समाज सेवा की भावना से भरना है।

    एनसीसी का मुख्य उद्देश्य

    युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण। राष्ट्रीय एकता एवं सामाजिक सेवा की भावना को बढ़ावा देना। युवाओं को नेतृत्व और कौशल प्रबंधन विकसित करने में मदद करना। देश की सुरक्षा और रक्षा में योगदान देना।

    एनसीसी के घटक

    आर्मी विंग नेवी विंग एयर फोर्स विंग

    एनसीसी के कार्यक्रम प्रशिक्षण

    स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम

    एनसीसी के लाभ

    सैन्य प्रशिक्षण और निर्देश और नेतृत्व और प्रबंधन कौशल विकसित करना राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सेवा की भावना को बढ़ावा देना देश की सुरक्षा रक्षा में योगदान देना प्रारंभ और पेशेवर अवसरों में वृद्धि करना

    एनसीसी में शामिल होने के लिए योग्यता

    आयु: 13-26 वर्ष आरंभिक योग्यता: 8वीं से 12वीं कक्षा शारीरिक योग्यता: एनसीसी के मानकों के अनुसार

    एनसीसी की महत्ता

    देश की सुरक्षा और रक्षा में योगदान युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण और निर्देश देना राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सेवा की भावना को बढ़ावा देना युवाओं को नेतृत्व और प्रबंधन कौशल विकसित करने में मदद करना

  • असिस्टेंट ग्रेड-03 और स्टेनोग्राफर की परीक्षा में उत्तर पुस्तिका में हेराफेरी, केस में 5 अरेस्ट

    दाँते वेवे। साउथ डेंटल वेवे के कुटुम्ब कोर्ट में सहायक ग्रेड-03 और स्टेनोग्राफर पर नियुक्त के लिए आयोजित कौशल परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं में हेराफेरी करने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

    यह मामला तब सामने आया जब 14 सितंबर 2024 को कौशल परीक्षा आयोजित की गई, जिसके बाद छात्रों की जांच के दौरान दस्तावेजों की जांच की गई। जांच में पाया गया कि सहायक ग्रेड-03 के अभ्यर्थी (1) दीपक कुमार देवांगन, (2) कु. प्रीति नेताम, (3) कु. सोनिया अलेंद्र और स्टेनोग्राफर पद के उम्मीदवार विनोद कुमार ने अज्ञात कलाकारों के साथ मिलकर उत्तर पुस्तिकाओं में अवैध रूप से बदलाव और फर्जी हस्ताक्षर किए। इन अभ्यारण्यों की उम्मीदवारी इंस्टेंट इंस्टीट्यूट कर दी गई।

    चयन समिति ने इस कर्मचारी चयन समिति ने आंतरिक जांच और मामले की विस्तृत जांच के लिए पुलिस मालदीव में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने मामले में धारा 61, 318, 334, 336, 338, 340 बी.एस. पंजीबद्ध कर अभिलेखों में लिया गया। इसी मामले में सभी को गिरफ्तार किया गया। इसमें कोर्ट डिस्ट्रिक्ट के पाठक पुनम चंद यादव, चांकीदार गणेश राम मरकाम और तीन सदस्य शामिल हैं। सभी चार ने अपराध स्वीकार कर लिया है और उन्हें मंदिर मंदिर भेज दिया गया है।

  • विपक्षी के समाधान के बजाय प्रयास मियादी विद्यालय के छात्रों के लिए खतरा है, विरोध में चुनावी नतीजे निकालने वाले छात्र

    लक्षिका साहू, रायपुर। राजधानी के सड्डू स्थित प्रयास मियादी विद्यालय के 10वीं कक्षा के छात्र अपनी समस्या के समाधान की मांग को लेकर आज विधानसभा का नामांकन करने के लिए मैदान में उतरे। सभी ने रायपुर के प्रयास आवासीय विद्यालय के उपाध्यक्ष अधिकारी मंजुला तिवारी और संचालिका प्रमिला शुक्ला पर नशे-धमकाने और अभद्र व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगाए।

    विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों ने बताया कि किस तरह से चाकभ संस्थान के लिए चाकभ संस्थान स्थापित किया जाता है। बच्चों ने जेईई की तैयारी के लिए स्कूल में प्रयास किया था, लेकिन छात्रों को कोई किताब नहीं मिली, परीक्षा की तैयारी के लिए कोई सामग्री ही नहीं मिली। जिससे पिछले कुछ प्राचीन प्रयासों से जेईई कोचिंग करने वाले छात्रों की संख्या कम हुई है।

    स्कूल में स्मार्ट क्लास के लिए प्रोजेक्टर्स शॉवे के लिए स्थान दिए गए हैं। इनमें से अधिकांश काम नहीं करते. 350 छात्रों के लिए 12 शैतान और स्टेडियमों का निर्माण हुआ है, लेकिन इनमें से केवल तीन का ही उपयोग करना बाकी है। टूटे नल, सीवेज सिस्टम, बारिश में पानी टपकना, दरवाजे और लाइट से जुड़ी कई समस्याएं हैं। छात्रों ने मूल आवेदन में आवेदन किया है। डॉक्टर में भी ऐसा ऑफर दिया गया है जो सही से स्वास्थ्य की जांच नहीं करता और हर समस्या पर पैरासाइटमोल की डिलीवरी देता है। बच्चों ने कहा कि अगर किसी छात्र को बीमारी गंभीर हो जाए तो ऐसे समय में सही इलाज पाना भी मुश्किल है।

    छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि साल में दो-तीन बार निरीक्षण के लिए आये अधिकारियों को बाहर से ही चाय पिलाकर भेजा जाता है, जिससे स्कूल और छात्रों की स्थिति तक अधिकारी पहुंच नहीं पाते हैं।

    आवेदन पर समाधान नहीं, जोखिम भरा है

    छात्रों ने स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जब उनके आवेदकों के साथ नामांकन होता है तो लिखित में याचिका दायर करने की अनुमति दी जाती है। जब लिखित में शिकायत की जाती है तब आवेदनों को किनारे कर दिया जाता है। इसे लेकर प्रयास के छात्रों ने बिजनेस ऑफिस का नामकरण भी कर दिया है। लेकिन शिकायत करने पर अधिकारी बच्चों को पदस्थापित करने की धमकी देते हैं।

    छात्रों ने निर्देश दिए कि संबंधित सहायक आयुक्त से ही प्रश्न पूछा जाए

    छात्रों द्वारा लिखित मांग एवं शिकायत पत्र मुख्य अधिकारियों से सहायक आयुक्त विजय सिंह कंवर द्वारा लिया गया छात्रों के कमरे में रखा गया। असल में, निरीक्षण करने वाले अधिकारियों में से विजय सिंह कंवर भी रहे, रैना छात्रों ने सवाल किया कि हमारी समस्या को देखते हुए आप हमारे और सहयोगी अधिकारियों के साथ चाय पी कर ही चले जाते हैं और हमसे मिलने की कोशिश भी नहीं करते। बच्चों ने पूछा कि हमारे छात्रों के लिए छात्र और स्कूल की स्थिति कैसी है। इस पर अधिकारी ने छुट्टी के बाद निरीक्षण पर आने वाली बात देखने और बच्चों से अब उनकी गंभीर समस्याओं के समाधान करने की सहमति ले ली।

    छात्रों ने आदिम जाति विकास विभाग के सचिव के नाम अपने प्रश्न और मांग के लिए भी अनुमति मांगी। प्रत्यक्ष में छात्रों ने इन विषयों की रखी मांग-

    स्कूल के शिक्षकों और शिक्षकों को बहाल किया गया उपलब्ध हो मैथ्स के स्ट्रीम किए गए टीचर को वापस लाया जाए

    संयुक्त समिति की जांच

    प्रयास करें कि मियामी स्कूल के छात्रों का नामांकन लेने के लिए मध्य प्रदेश आदिम जाति विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने निर्देश दिया कि जांच के लिए समिति बनाई जा रही है। आज आदेश जारी कर जांच टीम बनाई जाएगी, जिसमें क्लास वन के अधिकारी शामिल होंगे। जांच के आधार पर बच्चों की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई होगी।

  • ब्लास्ट के बम से बम विस्फोट कर घायल अपराधियों को रायपुर लाया गया…

    नितिन नामदेव, रायपुर। बीजापुर में इलेक्ट्रॉनिक्स केपेट्रोल आईईडी की चपेट में आने से घायल हुए घायल पांच गोलियों को रायपुर के विशेषज्ञ में बेहतर इलाज के लिए प्लेसमेंट दिया गया। इनमें से चार कैसल को नारायणा अस्पताल और एक युवा को बाजाली अस्पताल में भर्ती किया गया है। इसे भी पढ़ें : CG CRIME : 3 महिलाओं को वार्डवासियों ने पकड़ा, चोरी के आरोप में पुलिस ने चोरी के आरोप में जेल भेज दिया

    बता दें कि प्रभावित लोगों के लिए बीजापुर के तर्रेम थाना क्षेत्र में शहीद स्मारक पर एस्टीफिक्ट सुरक्षा बल के जवान रविवार को एआईईडी की चपेट में आ गए थे। घायल घायलों के असिटेंड कमांडेंट संकेत देवदास, इंस्पेक्टर संजय विद्या कुमार और इंस्पेक्टर बी. पवन कुमार को स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद स्थानीय अस्पताल में लाया गया।

    घटना रविवार सुबह की है. चिन्नगेलूर ग्रांडे कैम्प से ग्रांडे के युवा डोमिनेशन क्षेत्र में निकले थे। कैम्प से करीब 350 मीटर की दूरी पर रॉकेट का अनुमानित आईईडी बम मिला। सुरक्षा कर्मियों की एक टीम आईईडी का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने में लगी हुई थी। इसी दौरान जब वे तार से जुड़े बम की तलाश कर रहे थे, तो उसमें विस्फोट हो गया।