संजीव शर्मा, कोंडागांव। जिले में एक शिक्षक की प्रभु राम पर ऐसी आस्था है कि शिक्षक ने कोसा के 15 फिट के गमछे पर पेंटिंग कर राम के बाल कांड से लेकर रावण से युद्ध और अयोध्या में वापसी तक का चित्रण कर दिया। पेंटिंग बनाने वाले सरस्वती शिशु मंदिर के शिक्षक राजेंद्र राव का कहना है कि इसे बनाने में एक महीने का समय लगा और इसे बनाने का मकसद आज की युवा पीढ़ी और छात्र अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। इसी कोसा से बनी इस पेंटिंग को जब स्कूल की दीवार पर लगाया गया तो इन सभी के मन को मोह लेने वाले प्रभु राम का सुंदर चित्र देखें, उन्हें इन चित्रों का भी प्रयास करें कि किस तरह राम से बने मर्यादापुरुषोत्तम प्रभु राम। पिता के एक वचन को कैसे निभाया श्री राम ने राजपाठ को त्याग दिया।
उन्होंने कहा, मुझसे उम्मीद है कि यह कोशिश छोटे बच्चों और एक छात्र से होगी। संपूर्ण रामायण पढ़ने के संकेत और उसे अपने जीवन में दर्शाने का एक छोटा सा प्रयास है, जिससे आने वाली पीढ़ी अपनी संस्कृति से भी परिचित हो।
शिक्षक राजेंद्र राव ने कहा कि स्कूल की दीवार में लगे इस चित्र में बच्चों को पूरी तरह से रामायण समझने का प्रयास किया गया है। इसमें मुझे कुछ और भी सफलता मिली है, बच्चे और कथा तो रामायण के अलावा महाभारत को भी इसी तरह उकेर कर छात्रों को पाठ्यपुस्तक का प्रयास करेंगे। जिससे आने वाली हमारी वाली पीढ़ी अपने महान ग्रंथो को याद करती रहे।