पांडे अमित, खैरागढ़। छत्तीसगढ़ में लगातार धान चल रही है। जहां एक ओर किसानों में उत्साह देखने को मिल रहा है और बड़ी संख्या में अन्नदाता अपने उपजी धान को बेचने वाले उद्योगों में पहुंच रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भोले-भाले किसानों से खुले में आम मुनाफाखोरी का मामला प्रकाश में आया है। यह मामला खैरागढ़ जिले का है। जहां धान केन्द्र में बारदाने के वजन में कटौती के बाद भी किसानों के धान तौल में बारदाने का सामान्य वजन निर्धारित मात्रा से अधिक धान लिया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, खैरागढ़ के जुरांडी सेवा समिति में किसानों से धान खरीदी के दौरान अधिक तौल कर धान लिया जा रहा है। प्रत्येक बारदाना के वजन के माप के बाद 40 किलो धान के अनुपात के साथ फिर से बारदाने के वजन के साथ 41 किला 200 ग्राम से लेकर 41 किला 700 ग्राम तक धान का अनुपात जा रहा है।
वहीं धान संबंधित एफडी पर काम कर रहे लेबर ने भी सोचा कि 40 बच्चों से ऊपर काम करने के लिए उसके समिति प्रबंधक ने कहा है। वहीं इस मामले में समिति प्रबंधक प्रकाश कुमार चंदेल से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि कहीं पर भी सामान नहीं ले जा रहे हैं। पूरे प्रदेश में 41 किलो 200 ग्राम धान का वितरण किया जा रहा है। इस मामले में भर्ती के लिए आवेदन किया गया। जिसमें उन्होंने कहा कि इस विषय पर जांच करवाएंगे।
अन्नदाता किसानों के साथ खुली आम हो रही इस लूट को लेकर अब प्रशासन और जिम्मेदार क्या कदम हैं यह देखने वाली बात होगी।