लक्ष्मीकांत बंसल, बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में बीती रात भीषण सड़क दुर्घटना हो गई। जिले के डौंडी थाना क्षेत्र में 13 लोगों से भरी एक जाइलो कार को ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। इस घटना में 6 लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक बच्चा, 4 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल हैं। वहीं 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
मसाइल पर परमाणु पुलिस ने काफी संकट के बाद मृतकों और मृतकों के शवों को बाहर निकाला और डौंडी में ज़बरदस्ती की गई, इसके बाद कोलकाता के स्वास्थ्य केंद्र को बुलाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें राजनंदगांव जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी राक्षसों की मस्जिदें काफी बनी हुई हैं। पुलिस ने सभी मृतकों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में छोड़ दिया है।
जानकारी के अनुसार कार में सवार लोग छठी (नामकरण संस्कार) कार्यक्रम में शामिल होने के बाद डौंडी से गुरेदा लौट रहे थे। इसी दौरान डौंडी थाना क्षेत्र के चोरहापड़ाव कार (Cg04Ld8049) को दल्लीराजहरा से लेकर प्रतापपुर की ओर से एक तेज रफ्तार ट्रक (Cg07Bq0941) ने टक्कर मार दी। इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई और 7 लोगों की हालत काफी गंभीर हो गई। बताया जा रहा है कि मौत का पात्र और भी बढ़ सकता है। इस मामले में जांच पुलिस ने बैचलर ट्रक चालक की तलाश शुरू कर दी है।
इन 6 लोगों की हुई मौत:
1-दुर्पत प्रजापति पिता पुना राम उम्र 30 पुरुष ग्राम गुरेड़ा (गुंडरदेही)
2 – सुमित्रा बाई कुंभकार पति शास्त्रीय कार्तिक राम उम्र 50 वर्ष घोराड़ी महासमुंद
3-मनीषा कुंभकार पति विश्वनाथ आयु 35 वर्ष ग्राम घोराड़ी महासमुंद
4- सगुण बाई कुंभकार आयु 50 वर्ष ग्राम कुम्हारपाराकोर्धा
5 -इमला बाई पति रेवा राम सिन्हा उम्र 55 ग्राम गुरेड़ा (गुंडरदेही)
6-जिग्नेश कुंभकार पिता कुंभकार आयु 7 वर्ष ग्राम गुरेड़ा (गुंडरदेही)
इन 7 लोगों की हालत बनी हुई है अमिताभ:
1-जमित कुमार पिता मिथलेश कुमार उम्र 7 वर्ष गुरेड़ा(गुंडरदेही)
2-बिन्देश्वरी बाई पति पूर्ण लाल कुम्भकार उम्र 35 ग्राम गुरेड़ा (गुंडरदेही)
3-रुखमणी बाई पति छबीलाल उम्र 60 वर्ष ग्राम भर्रे गांव
4 – युवराज साहू पिता घाघली राम उम्र 30 वर्ष सिकोसा (गुंडरदेही)
5- रंभा बाई
6 – ईश्वरी बाई पति कुलपत राम उम्र 61 वर्ष ग्राम गुरेड़ा (गुंडरदेही)
7 – कुमारी बाई पति रूपलाल कुंभकार उम्र 55 वर्ष भर्रे गांव