अमित पांडे, डोंगरगढ़। डोंगरगढ़ के ग्राम चिड्डो में मंदिर में मूर्ति चोरी के मामले में पुलिस की टीम को सफलता मिली है। पुलिस ने 72 घंटे तक इस मामले को सुलझाया। मंदिर से चोरी हुई चारकोल की मूर्ति बरामद कर ली गई है। मामले में पुलिस ने एक बुजुर्ग भुवन चंद्रवंशी को गिरफ्तार किया है। फैक्ट्री के पास से मोटरसाइकिल की दुकान में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली गई है। पूरा मामला डोंगरगढ़ के ग्राम चिद्दो का है।
जानकारी के अनुसार, डोंगरगढ़ स्टेट स्टेट्स स्टूडियो में 3 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज की गई। जिसमें बताया गया कि नाला पुल के पास स्थित पुराने सार्वजनिक मंदिर से गणेश जी, शिवलिंग और नंदी महाराज की मूर्तियां 1 दिसंबर को चोरी हो गईं, इसके बाद 3 दिसंबर को हनुमान जी की मूर्ति भी गायब हो गई। घटना से पुनर्जन्म में भारी बाधा थी। शुरुआती दिनों में डोंगरगढ़ को महाराष्ट्र से जोड़ने वाली सड़क पर जाम ने जाम तक कर दिया था। जिसके बाद सायबर सेल और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने अलग-अलग निष्कर्षों पर जांच कर दी। इसी दौरान सूचना मिली कि शेल ग्रामसेरभाठा का एक व्यक्ति चोरी की दुकान को अपने घर में छिपा हुआ है।
पुलिस ने अस्पताल में भर्ती लेकर पूछताछ की। बुज़ुर्ग भुवन चंद्र राजवंशी ने चोरी करना स्वीकार कर लिया। चोरी के बाद वह अपने घर की आलमारी में छिपाकर रखी गई थी। घर के असमारी से गणेश जी, लिंग, नंदी और हनुमान जी की मूर्तियां बरामद। ऐसे में पुलिस ने 72 घंटे तक इन केस को दर्ज किया। वास्तुशिल्प को गिरफ्तार कर आधारभूत अभिरक्षा में भेजा गया है। नवीन मूलभूत भुवन चंद्रवंशी ने भगवान की मूर्ति क्यों चुराई इसका कारण स्पष्ट नहीं है। पुलिस का कहना है कि उसकी दिमागी हालत ठीक है लेकिन फिर भी उसने ऐसा काम क्यों किया।