नईदुनिया रास उल्लास गरबे में हुए देवी दर्शन, माता की भक्ति में रमे प्रतिभागी।
HighLights
नवरात्र में इंदौर में माता की भक्ति में झूम रहे लोग। गरबे में माता का रूप रखकर पहुंची युवतियां। गुजराती पारंपरिक गीतों पर हो रहा है गरबा।
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Garba Dance Photos)। लाल रंग सदियों से ऊर्जा, सौभाग्य, साहस और नवजीवन का प्रतीक माना गया है। उसी थीम के साथ अष्टमी के विशेष अवसर पर गुरुवार को विजय नगर स्थित श्री गुजराती स्कूल परिसर में गरबा खेला गया। रसरंग एवं श्री गुजराती समाज की प्रस्तुति नईदुनिया रास उल्लास गरबा महोत्सव में लाल परिधान में सजे प्रतिभागियों ने पूरे जोश और भक्ति के साथ गरबो की मनमोहक प्रस्तुति दी।
मां दुर्गा का रूप धारण कर भी कई महिला प्रतिभागियों ने गरबा खेला। इस दौरान प्रतिभागियों ने पूरे कार्यक्रम को न सिर्फ भक्तिमय बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी समृद्ध बना दिया।
पारंपरिक गुजराती लोकगीतों पर गरबा खेलते प्रतिभागियों ने नृत्य और संगीत के बीच मां दुर्गा की स्तुति की और उनके आशीर्वाद की कामना की।
इस भव्य आयोजन ने लोगों को एकता और भक्ति के सूत्र में बांधते हुए उत्सव की गरिमा को और बढ़ा दिया। इस दौरान विशेष महाआरती का भी आयोजन किया गया।
यहां गरबे में नारी सुरक्षा की शपथ
खातीवाला टैंक के खनूजा ग्राउंड पर शक्ति की भक्ति में युवक-युवतियों द्वारा गरबों की विशेष प्रस्तुति दी जा रही है। प्रतिदिन अलग-अलग थीम पर यहां माता की आराधना करने के साथ ही सनातन संस्कृति से सभी भक्तों को रूबरू कराने का प्रयास गरबों के माध्यम से किया जा रहा है।
वहीं नारी शक्ति की रक्षा, सुरक्षा और आत्मसम्मान बनाए रखने की शपथ यहां आने वाले श्रद्धालुओं और भक्तों को दिलाई जा रही है। बुधवार को डांडिया में विशेष आकर्षण महाराष्ट्र का गोंधल व बंगाली संस्कृति का प्रसिद्ध धुनुची नृत्य रहा।
युवतियों व कलाकारों ने लोकगीतों पर माता रानी की आराधना की, जिसे दर्शकों ने भी खूब सराहा। दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने न सिर्फ अपने मोबाइल की फ्लश लाइट आन कर कलाकारों का अभिवादन किया बल्कि तालियों की गडगड़ाहट से भी कलाकारों व युवतियों का उत्साह बढ़ाया।
प्रयास गरबा आयोजक कान्हा राजगुरु ने बताया कि नौ दिवसीय गरबा महोत्सव में सनातनी संस्कृति से सभी को रूबरू होने का मौका भी यहां मिल रहा है। गरबों में भी संस्कार, संस्कृति और सभ्यता का समागम यहां डांडिया में देखा जा सकता है।
मां की आराधना भी फिल्मी गीतों के बजाय भजनों से की जा रही है। जिसमें छोटी कन्याओं के साथ ही युवतियां डांडिया खेल रही हैं।
बुधवार को यहां कन्याओं का सामूहिक वंदन का आयोजन किया गया। जिसमें छोटी-छोटी कन्याओं का पाद-पूजन मुख्य अतिथियों के साथ ही उपस्थित सभी गणमान्य नागरिकों द्वारा किया गया।
कान्हा राजगुरु ने बताया कि खातीवाला टैंक के खनूजा ग्राउंड पर आयोजित प्रयास गरबे का यह 17 वां वर्ष हैं।