बस्ती डडसेना, पथरिया। मुक्तिधाम एक ऐसी जगह है, जहां जीवन भर की तपस्या के बाद प्राण त्यागने वाले इंसान का अंतिम संस्कार किया जाता है। कहावत है कि यह ऐसी जगह होनी चाहिए, जहां सत्य हो, शांति हो, और स्वतंत्रता हो। लेकिन पथरिया नगर पंचायत के मुक्तिधाम में प्रक्रिया बिल्कुल उलट है। यहां सबसे पहले दिखाई देती है गंदगी, जिसके बाद होता है अशांत और फिर व्यवस्था को लेके जन्म अप्लाई खिज। इसे भी पढ़ें : लॉरेन्स बिश्नोई गैंग के गुर्गा के एक सदस्य को गोली मारने की धमकी, पुलिस ने कहा को नया
पथरिया नगर पंचायत का वार्ड क्रमांक 9 में स्थित मुक्तिधाम नगर का मुख्य मुक्तिधाम है। लेकिन मुक्तिधाम न तो यह कचरा घर सबसे ज्यादा नजर आता है। नगर पंचायत के आश्रम से आश्रम वाले गुड़िया को मुक्तिधाम में बेचा जा रहा है। यही नहीं मुक्तिधाम से लगे बाजार से निकलने वाली गंदगी, मुर्गा-मटन के अविशष्ठ, सब्जियों के छिलके को भी फेंका जा रहा है. इससे गंदगी के साथ-साथ सूक्ष्मजीवी फैल रही है। ऐसे में अंतिम संस्कार करते हैं लोग मुक्तिधाम में लिटिल पाल भी टोकते हैं।
बता दें कि धाम नगर पंचायत को बने 16 साल हो गए हैं, लेकिन किसी भी जिम्मेवार की मुक्ति की व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दिया गया है। यहां मुक्तिधाम से लगे चीरघर के दर्शन-दरवाजे तक असामाजिक व्यक्तित्व ने धूम मचा दी है। रख-रखाव के अभाव में चिरघर शराबियों और जुआरियों का मुख्यालय बन गया है, ऐसे में जब भी किसी शव के शव की नौबत आती है, तो खुले में ही जा रहा है।
दोबारा-बोलते थके हुए लोग
पथरिया नगर के रहवासी खिलाड़ी साहू कहते हैं कि पंचायत नगर के अधिकारी-कर्मचारियों को हम सब हिलाते-बोलते थक गए हैं। वार्ड 9 स्थित मुक्तिधाम में नगर का मुख्य मुक्तिधाम है, लेकिन फिर भी वहां लगातार कचड़ा फेंका जा रहा है।
सफाई के लिए निर्देश
पथरिया नगर पंचायत लॉज अनुराधा राजमणि ने एक मुद्दे पर कहा कि मुझे अभी कुछ ही दिन हुए हैं। इस रिश्ते में पता करवाती हूं. कर्मचारियों को मुक्तिधाम में कचड़ा नहीं दिया गया, साथ ही सफाई के लिए निर्देश जारी किया गया है।