नई दिल्ली . केंद्रीय वित्त मंत्री ने आज एन पी एस-वात्सल्य योजना की शुरुआत की। दिल्ली सहित 75 स्थानों पर इस योजना को लॉन्च किया गया है। अन्य स्थान वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़ेंगे। इस संस्था पर योजना से जुड़ने वाले सामान्य सदस्यों को स्थायी आरक्षित खाता संख्या (प्राण) कार्ड भी जारी किया जाएगा।
योजना से जुड़ी अनिवार्य दिशा-निर्देश भी जारी करें। वित्त मंत्री ने कहा कि वित्त मंत्रालय ने जुलाई में वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करते समय इस योजना को शुरू करने की घोषणा की थी।
बच्चों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए यह नई शुरुआत की जा रही है, देश की पेंशन प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार की इस योजना को पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा संचालित किया जाएगा।
ऑनलाइन मंच पर पंजीकरण करना होगा
वित्त मंत्री एनपीएस वात्सल्य योजना के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की शुरुआत। यहां बच्चे के माता-पिता को पंजीकरण कराना होगा। इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद स्थायी आरक्षित खाता संख्या जारी कर दी जाएगी।
सभी आर्थिक पृष्ठभूमि वाले लाभ उठाव
माता-पिता इस योजना में 1,000 रुपये का न्यूनतम निवेश बच्चे के नाम पर कर सकते हैं। इससे सभी आर्थिक पृष्ठभूमि वाले परिवारों के लिए यह योजना आसान हो जाएगी। लंबे निवेश समय में चक्रव्यूह ब्याज की ताकतों से रिटर्न में काफी वृद्धि हो सकती है।
क्या है एनपीएस वात्सल्य
विशेष रूप से युवाओं के लिए योजना की तैयारी शुरू। इसके अंतर्गत माता-पिता या अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों के लिए खाता खोल सकते हैं और उनके बचपन के लिए निवेश बचत कर सकते हैं। बालिग होने के बाद इस योजना को नियमित एनपीएस में बदलें।
कौन होंगे पात्र
सभी माता-पिता और कानूनी संरक्षक, गरीब वे भारतीय नागरिक हों, एनआरआई हों या ओसीआई, अपने नाबालिग बच्चों के लिए एनपीएस-वात्सल्य खाते के पात्र हैं। बच्चा जब तक बालिग नहीं होता, माता-पिता ही इसे संचालित करने के अधिकारी होते।