नितिन नामदेव, रायपुर। राजधानी रायपुर की पुरानी बस्तियों के खिलाफ सालों से चल रहे गांजे का अवैध कारोबार के अब लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। इलाके में देर रात तक पुराने बागानों की दुकान और दुकानदारों की कहानियां से जुड़ी कहानियां। इस दौरान उन्होंने पुलिस प्रशासन पर दबंगों के खिलाफ आरोप लगाया कि पुलिस अवैध अपराध को संरक्षण दे रही है।
यहां के निवासियों का कहना है कि पुलिस के कर्मचारियों के कर्मचारियों के अवकाश जारी हो गए हैं, जिससे एक दिन यहां की शांति भंग हो रही है। हाल ही में एक युवा साझेदार के साथ दुकान और दुकान की घटना ने इस मसाले को और भड़का दिया। क्रिस्टोफर ने न सिर्फ रिश्तेदार की गाड़ी में,बल्कि उसके हाथ की हड्डी भी तोड़ दी।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल हो सके।