चाचा को भतीजे के हत्या का आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। -सांकेतिक चित्र।
HighLights
बलवाड़ा थाना क्षेत्र में 2 माह पहले हुई युवक की हत्या का खुलासा।पुलिस के अनुसार हत्या के आरोपित को कर लिया गया गिरफ्तार।
नईदुनिया प्रतिनिधि, खरगोन। अपनी पुत्री को अपने ही भतीजे के साथ संदिग्ध अवस्था में देखने के बाद पिता का खून खौल उठा और उसने कुल्हाड़ी से भतीजे की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। मामला दो माह पहले हुई युवक की हत्या का जिले के बलवाड़ा थाना क्षेत्र का है।
सुबह साढ़े चार बजे की घटना
एसपी धर्मराज मीना ने बताया कि 29 मई 2024 को सुबह 4.30 बजे ग्राम किशनपुरा में लाभसिंह के पक्के घर के छत पर सो रहे उसके पुत्र प्रीतम सोलंकी की किसी अज्ञात व्यक्ति ने कुल्हाड़ी से गंभीर चोट पहुंचा कर हत्या कर दी थी। घटना पर मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया था।
हत्या की घटना के बाद से मुखबिरों को सक्रिय कर मृतक व आसपास रहने वाले व्यक्तियों के बारे मे जानकारी एकत्रित की गई। पुलिस के अनुसार इस मामले में संदेहियों से लगातार तथ्य परक जानकारी के आधार पर पूछताछ की गई। इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि घटना से पूर्व मृत युवक के चाचा ने युवक व उसकी पुत्री को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। घटना के बाद से मृत युवक के चाचा 38 वर्षीय कुंवरसिंह पुत्र गुलाबसिंह पूरे परिवार के साथ मजदूरी करने महाराष्ट्र चले गए हैं। इस सुराग के आधार पर पुलिस टीम ने तत्काल मृत युवक के चाचा कुवरसिंह को तलब कर पूछताछ के लिए थाने बुलाया और उससे मनोवैज्ञानिक एवं बारीकी से पूछताछ की गई। पुलिस टीम की पूछताछ में कुंवरसिंह पहले पुलिस को गुमराह करता रहा पर अंत में टूट कर उसने अपने भतीजे की हत्या करना स्वीकार कर लिया। चाचा ने पुलिस को बताया कि प्रीतम व उसकी पुत्री दोनों आपत्तिजनक स्थिति में थे। मैंने देख लिया इसके बाद पुत्री को घर ले आया था। इसके बाद आक्रोश में छत पर अकेले सो रहे प्रीतमसिंह पर कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी थी। इसके बाद घर के पीछे सीढ़ी से उतरते हुए वापस घर जाकर सो गया था।
भतीजे ने रिश्ते में दगा किया था। इसके चलते मैंने आवेश में आकर भतीजे की हत्या कर दी। पहले भतीजे ने धोखा दिया। उसने रिश्ता नहीं माना तो फिर मैंने भी रिश्ता नहीं माना तो कुल्हाड़ी से बेदर्दी से हत्या कर दी।-कुंवर सिंह, हत्या का आरोपी चाचा
खून से सने कपड़े जला दिए
आरोपित कुंवरसिंह ने घटना के वक्त पहने हुए खून लगे कपड़ों को चार दिन बाद नदी पर जाकर जलाने के स्थान के बारे में भी पुलिस को बताया। पुलिस टीम ने मौका मुआयना कर पंचनामा बनाया है। साक्ष्य को नष्ट करने के कारण प्रकारण में धारा 201 भादवि का इजाफा किया गया है। एएसपी एमएस बारिया, एसडीओपी बड़वाह अर्चना रावत के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी अनिल कुमार बामनिया, दिनेश डावर, दुर्गेश विश्वकर्मा, शंकर बडोले, जितेंद्र रावत, संजय चौहान, सुनील एरवाल, राहुल वर्मा, राधिका चंदेल, प्रकाश कछावा, प्रवीण कारलेकर ,गणेश लिमोने इस मामले का खुलासा करने में शामिल रहे।
29 मई 2024 को युवक का शव मिलने के बाद पुलिस ने मामले की पड़ताल की थी। इस बारे में रिश्तेदारों के साथ अन्य लोगों से भी पूछताछ की गई थी। युवक की हत्या उसके ही चाचा ने की थी। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। -धर्मराज मीना, एसपी