सरबजोत सिंह: पेरिस ओलिंपिक में सरबजोत सिंह ने मनु भाकर के साथ मिलकर 10 मीटर रिकॉर्ड इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। उन्हें पंजाब और हरियाणा गठबंधन की तरफ से सरकारी नौकरी की पेशकश की गई थी, जिसे सरबजोत सिंह ने लेने से इनकार कर दिया है।
सरबजोत सिंह: भारत के लिए पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज गर्ल वाली गर्ल सरबजोत सिंह अभी फोटोशूट ही करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने पंजाब और हरियाणा, दोनों की तरफ से मिले सरकारी नौकरी के ऑफर को ठुकरा दिया है. पेरिस ओलंपिक 2024 की वापसी के बाद सरबजोत सिंह ने कहा था कि ‘इस बार मेडल में जो कमी रह गई है, वह दूर रहेगा और अगली बार मेडल का रंग बदला होगा। मेरा अगला पदक 2028 अमेरिका के लॉस एंजिल्स (LA) में होने वाला ओलिंपिक है, जिसमें मेडल का रंग भी बदलेगा। सरबजोत सिंह अपने इसी मिशन पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। इसलिए अभी नौकरी करने का मूड नहीं है.
हरियाणा के प्रमुख राजनेता ने सरबजोत सिंह को खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टरेट की नौकरी देने का वादा किया था। पंजाब सरकार ने सरबजोत सिंह को खेल विभाग का उप निदेशक बनाना बंद कर दिया था। सरबजोत सिंह यह दोनों बेरोजगारी नहीं करना चाहते हैं।
नौकरी के बारे में बाद में सोचूंगा
पंजाब सरकार के ऑफर पर सरबजोत सिंह ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि उन्होंने मुझे नौकरी की तलाश की, लेकिन अभी मेरा ध्यान फिल्माया गया है और मैं नौकरी की तलाश में नहीं हूं।’ मैं इसके बारे में बाद में सोचूंगा।’
अभी शूट पर फोकस करना है
हरियाणा सरकार के डिप्टी डायरेक्टरेट की नौकरी अच्छी है, लेकिन मैं नहीं जाऊंगा। मैं शॉट पर फोकस करूंगा. फैमिली भी अच्छी जॉब के लिए कह रही है, लेकिन मैं चाहता हूं कि उसका शूट शुरू हो जाए। उन्होंने आगे कहा- जॉब ऑफर को छोड़कर करने वाली बात नहीं है, मैं अपने लोन के खिलाफ नहीं जा सकता.
सरबजोत सिंह कौन हैं?
सरबजोत सिंह अंबाला के मुलाना के नीचे आने वाले धीन गांव से आते हैं। वे किसान परिवार से स्वामित्व रखते हैं। मां हरदीप कौर गृहिणी हैं जबकि पिता जतिंदर सिंह किसान हैं। स्कूल टाइम से ही वो शूट कर रहे हैं। अभी सरबजोत चंडीगढ़ सेक्टर 10 स्थित डीएवी कॉलेज के छात्र हैं। उन्होंने सेंट्रल फीनिक्स क्लब में अंबाला कैंट में स्थित चतुर्थ फिल्म अकादमी के कोच अभिषेक राणा से ट्रेनिंग ली है। अभी वो भी इन्हें अंडर ट्रेनिंग लें।