सनातन धर्म मंदिर, जहां के लिए होना है चुनाव
HighLights
जाजौरिया का दावा मैंने पत्र दिया है, निर्वाचन अधिकारी बोले आपत्ति का पत्र नहीं मिलापूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ मित्तल की व्याख्या भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल की गईआनन फानन में कुछ लोग पहुंचे प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन जमा करने
नईदुनिया प्रतिनिधि,ग्वालियर: सनातन धर्म मंडल के चुनाव नामांकन दाखिल किये जाने के अंतिम दिन सदस्य ओमप्रकाश जाजोरिया के मंडल के विधान की धारा 14 व निर्वाचन धारा 14(ए) का परिपालन करते हुए अध्यक्ष व प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारों का नामाकंन पत्र स्वीकार किए जाने संबंधी पत्र चुनाव अधिकारी को सौंपे जाने से सत्य सनातन व श्रीचक्रधर ग्रुप में खलबली मच गई। इन धाराओं को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ मित्तल की व्याख्या भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल की गई थी।
इस व्याख्या में अध्यक्ष व प्रधानमंत्री पद के लिए पहली शर्त तीन बार या दो बार के किसी पद का अनुभव अनिवार्य है। इस व्याख्या से सत्य सनातन ग्रुप से विजय गोयल व श्रीचक्रधर ग्रुप से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार रमेश चंद्र गोयल लल्ला के नामांकन पत्र पर सवाल उठने लगे, जिससे दोनों ही के नामांकन पत्र निरस्त हो सकते थे। आनन-फानन ने बदले हुए समीकरणों में अध्यक्ष व प्रधानमंत्री पद के लिए चार उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिए। आपत्ति की सूचना मिलने पर विजय गोयल मंदिर पहुंच गए।
निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव कर्यालय में नामांकन दाखिल करने के लिए आने वाले सदस्य के अलावा सभी के प्रवेश पर रोक लगा दी। देर रात को सत्य सनातन ग्रुप ने पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ मित्तल की दूसरी व्याख्या का पत्र मीडिया को जारी कर दिया। इसमें विजय गोयल व रामेश चंद्र गोयल लल्ला का नामांकन पत्र वैध की श्रेणी में आता है।
जाजौरिया का दावा मैंने पत्र दिया
मंडल के सदस्य ओमप्रकाश जाजौरिया ने दावा किया कि निर्वाचन अधिकारी को नामांकन पत्र स्वीकार करने से पूर्व मंडल के विधान की धाराओं पर विचार करने का अनुरोध किया है। दूसरी तरफ निर्वाचन अधिकारी अरविंद दूदावत ने बताया कि ऐसी कोई आपत्ति व पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। दूसरी तरफ चुनाव अधिकारी के नाम से मंदिर के सूचना पटल पर सूचना चस्पा की गई है कि नामाकंन पत्रों पर आपत्ति रविवार की दोपहर 11 से दो बजे तक स्वीकार की जाएंगीं।
सत्य सनातन ग्रुप का रणनीतिकार संजय सिंघल को माना जा रहा है। एकाएक शनिवार को अध्यक्ष
पद के लिए नामांकन दाखिल किए जाने से ग्रुप में फूट के संकेत के रूप देखा जाने लगा, जबकि इस ग्रुप से जुड़े संदीप मित्तल का कहना है कि संजय सिंघल का नामांकन ग्रुप में सहमति के आधार पर भरवाया गया था, अगर किसी कारण अध्यक्ष पद का नामांकन निरस्त होता है, तो संजय सिंघल अध्यक्ष पद के प्रत्याशी होंगे। वे अपना नाम रविवार को वापस ले लेंगें। ओमप्रकाश जाजौरिया के पत्र के पीछे भी इसी ग्रूप के एक सदस्य साजिश बताई जा रही थी।
अध्यक्ष और प्रधानमंत्री पर इन लोगों ने भरे नामांकन
अध्यक्ष- विजय कुमार गोयल, कैलाश चंद मित्तल, संजय सिंघल, रामनिवास अग्रवाल। द्यउपाध्यक्ष-प्रदीप मित्तल,ओम प्रकाश गोयल, रमेश चंद्र गोयल। द्यप्रधानमंत्री- ओमप्रकाश गोयल लल्ला, रमेश चंद्र गोयल लल्ला, विमल माहेश्वरी।