भागवत के प्रवक्ता प्रदीप मिश्रा द्वारा राधारानी के विरुद्ध अमर्यादित की टिप्पणी और उनके द्वारा रचित मित्र की घटना अभी शांत नहीं हुई थी। इसी बीच वृंदावन के भागवत प्रवचन करने वाले महामंडलेश्वर इंद्रदेव महाराज द्वारा मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम एवं सीता के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले ब्रजभूमि में एक बार फिर से मूर्ति आ गई है।
हाल ही में, हाल ही में वृंदावन के खिलाफ़ भागवताचार्य महामंडले वीर इंद्रदेव महाराज द्वारा भगवान श्री राम और माता सीता के बारे में अमर्यादित ने टिप्पणी की थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया है, लेकिन अब संत समाज ने शांति और समरसता की अपील की है।
वृन्दावन और आसपास के 25 क्षेत्र की पंचायत ने रविवार को छटीकरा से वृन्दावन में भागवताचार्य के निवास तक फिलिस्तीन मार्च की घोषणा की और प्रदर्शन करेंगे। इस बीच, चतुर्सम्प्रदाय पीठाधीश्वर फूलडोल महाराज ने भागवताचार्य का बहिष्कार करने की घोषणा की और कहा कि संतों की एक आपातकालीन बैठक जल्दी ही शामिल होगी। बैठक में इंद्र देवानंद महाराज के खिलाफ कार्रवाई पर विचार किया गया।
भागवताचार्य ने माफ़ी मांगी
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को भागवताचार्य ने माफी मांगते हुए अपना बयान दिया था, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों ने उनकी छूट किस प्रकार से ली है। इधर, अखिल भारत हिंदू महासभा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजय हरियाणा ने भागवताचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि कोर्ट के माध्यम से कार्रवाई नहीं की जाएगी।
‘बलाउज़ स्टूडियो देख लो’
बता दें कि महामंडले के योद्धा इंद्रदेव ने अपनी कथा के दौरान कहा था कि, ‘मौके में जो पात्र भगवान राम और माता सीता के पात्र हैं वे सीता शराबी हैं। इंद्रदेव रिकार्ड नहीं, रेस्टॉरेंट आगे कहा कि, हमने सबने देखा है, जाओ जाके फिल्मलाउज कोरियाई देख लो, ये सीता पूरा कुंभकर्ण नहीं है।
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